रंजू ऐरी डडवाल/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 31 मार्च।
चंडीगढ़ के डड्डूमाजरा स्थित डंपिंग ग्राउंड में आज दोपहर अचानक भीषण आग भड़क गई। आग इस कदर फैली की वहां चारों ओर धुआं फैल गया। शहर में दूर-दूर तक हवा में जलने की बदबू आने लगी।
इसकी सूचना तुरंत दमकल विभाग को दी गयी और आग पर काबू पाने का प्रयास किया पर समाचार लिखे जाने तक डंपिंग ग्राउंड से धुआं उठ रहा था। आज सुबह से चल रही तेज हवाओं के कारण आग को डंपिंग ग्राउंड के साथ लगती सड़क के दूसरे छोर पर बने गारबेज प्लांट तक पहुंचने में देर नहीं लगी। वहां भी जमा हज़ारों टन कचरा धू-धू कर जल उठा।
आग के फैलते ही गार्बेज प्रोसेसिंग प्लांट में काम कर रहे कर्मियों में हड़कंप मच गया। प्लांट में धुआं फैलते देख वह लोग बाहर को भागे। धुआं इतना गहरा था कि उस सड़क से वाहनों का गुजरना भी मुश्किल हो गया। देखते ही देखते धुआं सेक्टर 25, 24 और 23 तक फैल गया और उसके बाद सेक्टर-17, 19, 20, 21 तक भी पहुंच गया। धुआं डड्डूमाजरा कॉलोनी में रहने वाले लोगों के घर में भी घुस गया, जिस कारण कई लोगों की तबीयत भी खराब हो गई।
कसौली जंगल में आग, सुखना झील से लिया पानी
इसी बीच आज शहर की सुखना झील से सुबह सेना के हेलीकॉप्टर ने पानी भरा। जब इसके कारणों का पता किया गया तो संबंधित अधिकारी ने बताया कि हेलीकॉप्टर से पानी उठाकर कसौली के जंगलों में लगी आग को बुझाने का प्रयास सेना द्वारा किया जा रहा है। बताया जाता है कि कसौली के आर-53 जंगल में अचानक भीषण आग लगी है। आग पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार ने सेना की सहायता ली है। बताया जाता है कि इस आग से जंगली जानवरों सहित काफी संख्या में लकड़ी की क्षति हुई है।
कचरे से बनने वाली मिथाइल गैस भड़कती है आग
सेक्टर 38 फायर स्टेशन के सब स्टेशन फायर ऑफिसर जसमीत सिंह ने बताया कि उन्हें आज दोपहर करीब 1.30 बजे डंपिंग ग्राउंड में आग लगने की सूचना मिली थी। मौके की सूचना पाते ही शहर के अलग-अलग स्टेशनों से दमकल विभाग की गाड़ियों को डपिंग ग्राउंड और गार्बेज प्रोसेसिंग प्लांट में भेजी गई थीं। उनका कहना था कि गहरे धुएं के चलते दमकल विभाग के कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। डंपिंग ग्राउंड में आग पहले भी कई बार आग लग चुकी है। विशेषज्ञों का कहना है कि कचरे के ढेर के नीचे बनने वाली मिथाइल गैस के चलते हल्की सी चिंगारी अथवा सूरज की तेज रोशनी से आग लग जाती है। डंपिंग ग्राउंड ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष दयाल किशन का कहना है कि वह लंबे समय से यहां से डंपिंग ग्राउंड को शिफ्ट करने की मांग कर रहे हैं लेकिन प्रशासन और नगर निगम इस और ध्यान नहीं दे रहा।