रोजगार बहाली और भ्रष्टाचार के खिलाफ एफसीआई कर्मियों का फूटा गुस्सा
मिश्रा ने कहा कि कर्मचारियों की आजीविका खतरे में है, इसलिए उन्हें तुरंत दोबारा ड्यूटी पर रखा जाए, ताकि वे अपनी रोज़ी-रोटी जारी रख सकें। उन्होंने आरोप लगाया कि एक ठेकेदार, जो पिछले दस वर्षों से कॉर्पोरेशन में कार्यरत है, कर्मचारियों से पैसे लेकर नौकरी देने का गोरखधंधा चला रहा है। इसे गंभीर अनियमितता बताते हुए उन्होंने मांग की कि ऐसे ठेकेदार को तुरंत ब्लैकलिस्ट किया जाए और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
फेडरेशन ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो आने वाले दिनों में आंदोलन को बड़े पैमाने पर चलाया जाएगा। मिश्रा ने कहा कि यह संघर्ष केवल रोजगार का नहीं, बल्कि ईमानदारी और सम्मान की लड़ाई है।
इस प्रदर्शन में चंडीगढ़ की सभी यूनियनों ने भाग लेकर फेडरेशन का समर्थन किया और कर्मचारियों के हक़ में एकजुटता दिखाई। पूरे परिसर में ‘न्याय दो, रोजगार दो’ के नारे गूंजते रहे।