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Fake Currency चंडीगढ़ में बड़ा खुलासा, 24 लाख रुपये के नकली नोटों के साथ फर्जी करेंसी गिरोह पकड़ा

गिरोह का पंजाब, हिमाचल, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर तक फैलाव
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Fake Currency  चंडीगढ़ पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए नकली भारतीय करेंसी छापने और सप्लाई करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस कार्रवाई में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से कुल 24 लाख 27 हजार 700 रुपये मूल्य के 500 और 100 रुपये के 7,157 नकली नोट बरामद किए हैं।

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बरामदगी में केवल नकली नोट ही नहीं, बल्कि प्रिंटर, इंक की बोतलें, पेपर कटिंग उपकरण और सुरक्षा धागे वाले विशेष बॉन्ड पेपर भी शामिल हैं। दो वाहन  एक टाटा हैरियर और एक ऑल्टो कार भी जब्त किए गए।

यह कार्रवाई एसपी क्राइम जसबीर सिंह और डीएसपी क्राइम धीरज कुमार के मार्गदर्शन तथा इंस्पेक्टर सतविंदर (एसएचओ, क्राइम थाना) के नेतृत्व में की गई।

खुफिया सूचना से शुरू हुई कार्रवाई

पुलिस को केंद्रीय एजेंसी से सूचना मिली थी कि दो व्यक्ति  गौरव कुमार और विक्रम मीणा  चंडीगढ़ में 500 रुपये के नकली नोट चला रहे हैं। इस सूचना के बाद 25 सितंबर 2025 को क्राइम ब्रांच की टीम ने शिशु निकेतन स्कूल, सेक्टर-22 के पास जाल बिछाया।

सूचना सही साबित हुई और दोनों आरोपियों को मौके पर दबोच लिया गया। गौरव कुमार (34 वर्ष, मंडी, हिमाचल प्रदेश) के पास से एक काले बैग में 19 नकली नोट मिले। उसकी टाटा हैरियर कार (HP76-5055) से 1,626 और नकली नोट मिले। कुल 1,646 नोटों (8,23,000 रुपये) की बरामदगी हुई। विक्रम मीणा (35 वर्ष, संगरूर, पंजाब) की ऑल्टो कार (PB13Y-7371) से 392 नकली नोट (1,96,000 रुपये) बरामद हुए।

दोनों पर थाना-क्राइम, सेक्टर-11, चंडीगढ़ में एफआईआर नं. 21/2025 भारतीय न्याय संहिता की धारा 178, 179 और 180 के तहत दर्ज की गई।

छापेमारी का सिलसिला

गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने अन्य स्थानों पर छापेमारी की।

ये सामान जब्त किया

गिरोह ऐसे करता था काम

जांच से पता चला कि यह गिरोह पहले व्यक्तिगत रूप से नकली नोटों की डिलीवरी करता था। बाद में इन्होंने फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा लिया। सौदे का अनुपात अक्सर 1:3 रहता था यानी 3 लाख रुपये के नकली नोट केवल 1 लाख रुपये असली मुद्रा के बदले। नकली करेंसी की सप्लाई प्रायः कूरियर सेवाओं से होती थी। खरीदार इन नोटों को या तो आगे बेचते या असली नोटों के साथ मिलाकर बाजार में चलाते थे।

आरोपियों के बारे जाने

अन्य गिरफ्तारियां

यह नेटवर्क कई राज्यों तक फैला है।

मामला कई राज्यों से जुड़ा : एसपी क्राइम

एसपी क्राइम जसबीर सिंह ने बताया कि यह मामला कई राज्यों से जुड़ा हुआ है और इसके तार अभी और भी जगहों तक फैले हो सकते हैं। अन्य राज्यों में गिरफ्तार आरोपियों को रिमांड पर लाकर पूछताछ की जाएगी। डीएसपी धीरज कुमार ने कहा कि पुलिस का मकसद पूरे नेटवर्क को जड़ से खत्म करना है। एसएचओ इंस्पेक्टर सतविंदर के नेतृत्व में काम कर रही टीम लगातार छापेमारी कर रही है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां संभव हैं।

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