चंडीगढ़ (ट्रिन्यू): देव समाज कॉलेज फॉर वीमेन सेक्टर-45 में 5 दिवसीय ऑनलाइन फेकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) शुरू हो गया है। इस कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज द्वारा एआईसीटीई ट्रेनिंग एंड लर्निंग एकेडमी (एटीएएल) के सहयोग से किया जा रहा है। फेकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के लिए विषय प्रभावी शिक्षण की कला एवं विज्ञान : रणनीतियां एवं तरीके’ है। एफडीपी के उद्घाटन सत्र का संचालन डॉ. कुलदीप पुरी, प्रो. शिक्षा (सेवानिवृत्त) यूएसओएल (पंजाब विश्वविद्यालय) द्वारा किया गया। इसके अलावा संबंधित क्षेत्रों के विशेषज्ञों द्वारा दिन में तीन सत्रों का भी आयोजन किया गया। इस सत्र के दौरान डॉ. पुरी ने प्रतिभागियों को कंटेम्पररी शिक्षण से सम्बंधित विधियों के बारे में जानकारी साझा की। उनके बाद प्रिंसिपल जीएचजी खालसा कॉलेज ऑफ एजुकेशन, लुधियाना के डॉ. परगट सिंह तथा डॉ. हरदीप सिंह अनंत एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर, मैनेजमेंट क्लस्टर, चंडीगढ़ विश्वविद्यालय ने सत्र को आगे बढ़ाया। एफडीपी में कुल 195 प्रतिभागियों को समिति द्वारा स्वीकृत किया गया।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।