पंचकूला, 9 दिसंबर (ट्रिन्यू)
कुन्नूर हेलीकाॅप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत 13 सैन्य कर्मियों की मौत पर पूरा देश शोक मना रहा है। इस हादसे में पंचकूला निवासी ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिद्दर का भी निधन हो गया। जैसे ही पंचकूला में ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिद्दर के शहीद होने की यह खबर लोगों को मिली तो हर कोई स्तब्ध रह गया।
प्राप्त जानकारी अनुसार ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह के यहां सेक्टर-12 स्थित मकान नंबर 357 पर उनके मित्र व अन्य लोग शोक जताने पहुंच रहे हैं। 20 साल से उनके पड़ोसी और मित्र रहे कर्नल भूपेंद्र सिंह का दर्द छलक पड़ा। नम आंखों से भूपेंद्र सिंह ने कहा कि यह हादसा केवल पंचकूला के लिए ही नहीं बल्कि देश के लिए महा क्षति है। उन्होंने बताया कि ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिद्दर बेहद जिंदादिल और खुशदिल इंसान थे और एक डेकोरेटेड आफिसर थे। उनका परिवार माता, पत्नी दिल्ली में उनके साथ ही रहते थे। वे कभी-कभार पंचकूला स्थित घर में आते थे, लेकिन जब भी यहां आते थे तो दिल खोलकर सबसे मिलते थे।
युवा व्यापार मंडल ने दी श्रद्धांजलि : आज युवा व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों द्वारा व्यापार मंडल के कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा आयोजित करके दो मिनट का मौन रखा गया व पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी गई।
जल्द बनने वाले थे मेजर जनरल
कर्नल भूपेंद्र सिंह ने बताया कि ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह काफी अनुभवी अधिकारी थे। इसलिए उनकी जल्दी ही प्रमोशन होने वाली थी और वे पदोन्नत होकर मेजर जनरल बनने वाले थे। उन्होंने देश की सेवा में यूएन मिशन से लेकर विभिन्न सैन्य क्षेत्रों में अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं दी हैं। ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह सीडीएस बिपिन रावत का स्टाफ छोड़कर डिविजन ऑफिसर की कमान संभालने वाले थे।