चंडीगढ़/पंचकूलाए 28 नवंबर
24 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है और ईटीटी टीचर सोहन अभी तक पंजाब एमएलए फ्लैट में 150 फुट ऊंचे मोबाइल टावर से नीचे नहीं उतरा है। वहीं, पुलिस शिक्षकों के संगठन से बात करने की कोशिश कर रही है। फायर डिपार्टमेंट लैडर के जरिये टीचर तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। उधर, टीचर के परिजनों तक पहुंच कर उन्हें भी मौके पर बुलाने की कोशिश जारी है। सकें।
गौरतलब है कि टीचर सोहन सिंह पंजाब एमएलए फ्लैट के नजदीक टावर पर बैठा है। इससे वहां सिक्योरिटी पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। आखिर टीचर कैसे इस संवेदनशील इलाके में दाखिल हुआ। इसे लेकर सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ी हुई है। बीते दिन सोहन सिंह ने पंजाब सरकार के नाम लिखे गए एक मांगपत्र की काॅपी नीचे फेंकी थी, जिसमें लिखा था कि यहां बताने योग्य है ये 180 अध्यापक 2016 रैगुलर भर्ती में बतौर रेगुलर अध्यापक के तौर पर नौकरी कर रहे हैं। इसलिए यह कानून 180 अध्यापकों पर लागू नहीं किया जा सकता। इसके साथ ही कोर्ट ने भी निर्देश दिए हैं कि अन्य अध्यापकों को एडजस्ट करने से पहले इन अध्यापकों के ग्रीवेंस दूर किए जाये पर्तु बार-बार रीप्रेजेंटेशन देने के बाद भी अध्यापकों की सुनवाई नहीं हुई।
बिना कोई दलील सुने हमारा पक्ष रद्द कर दिया गया। साथ ही हाईकोर्ट के फैसले के अनुसार 2005 पोस्टों की भर्ती पर विचार करने की बात को टाल दिया गया।