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EPFO चंडीगढ़ ने आयोजित की कार्यशाला, ELI योजना की जानकारी दी

कार्यशाला की अध्यक्षता अतिरिक्त केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त (पंजाब एवं हिमाचल प्रदेश) राजीव बिष्ट ने की
फोटो स्रोत प्रेस विज्ञप्ति

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के पंजाब एवं हिमाचल प्रदेश ज़ोनल कार्यालय, चंडीगढ़ द्वारा ईपीएफ छूट प्राप्त (Exempted) प्रतिष्ठानों के लिए एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य उनके कार्य-प्रणालियों पर संवाद स्थापित करना और हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृत "रोजगार लिंक्ड प्रोत्साहन योजना" (Employment Linked Incentive - ELI Scheme) के बारे में जागरूकता बढ़ाना रहा।

कार्यशाला की अध्यक्षता अतिरिक्त केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त (पंजाब एवं हिमाचल प्रदेश) राजीव बिष्ट ने की। इस अवसर पर प्रादेशिक भविष्य निधि आयुक्त-प्रथम अमित सिंगला और रितेश सैनी सहित पंजाब एवं हिमाचल प्रदेश क्षेत्र के सभी क्षेत्रीय कार्यालयों के अधिकारी और विभिन्न एक्सेम्प्टेड प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

अपने संबोधन में राजीव बिष्ट ने बताया कि ईएलआई योजना का उद्देश्य रोजगार सृजन को प्रोत्साहित करना, युवाओं की रोजगार क्षमता में सुधार लाना और सामाजिक सुरक्षा कवरेज का विस्तार करना है, विशेष रूप से निर्माण और उत्पादन क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए। उन्होंने कहा कि यह योजना नए कामगारों को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ उन नियोक्ताओं को भी लाभ देती है जो नए रोजगार के अवसर पैदा करते हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि यह योजना भारत सरकार के "वर्कफोर्स के औपचारिकीकरण" (Formalization of Workforce) के व्यापक लक्ष्य का हिस्सा है, जिसके तहत देश के करोड़ों युवाओं को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाना सुनिश्चित किया जाएगा।

कार्यशाला के दौरान अधिकारियों ने प्रतिनिधियों के साथ सक्रिय संवाद स्थापित किया, सवाल-जवाब के सत्र में योजना से जुड़ी प्रक्रियाओं, लाभों और कार्यान्वयन से जुड़ी तकनीकी जानकारियों को साझा किया गया।

कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रतिष्ठानों ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे युवा रोजगार और सामाजिक सुरक्षा विस्तार की दिशा में एक मजबूत कदम बताया। EPFO अधिकारियों ने भी आश्वासन दिया कि भविष्य में इस तरह की और भी जानकारियों और मार्गदर्शन से जुड़ी कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।