मोहाली, 25 दिसंबर (निस)
कोविड महामारी के दौरान मरने वालों की अस्थियां लेने के लिए अपनों ने मुंह फेर लिया। पिछले एक साल से 20 के करीब लोगों की अस्थियां मोहाली के श्मशानघाट के लॉकरों में पड़ी थीं। इनमें 10 के करीब लोगों की कोविड से मौत हुई थी जबकि कुछ की सड़क दुघर्टनाओं में। इन सभी की अस्थियों को मोहाली के वार्ड 14 के पार्षद कमलजीत सिंह बन्नी और जुगनी वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष दविंदर सिंह जुगनी के संयुक्त प्रयास से कीरतपुर साहिब में जलप्रवाहित किया गया।
डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी भी श्मशान घाट पहुंचे। बेदी ने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि कोरोना की बीमारी से मरने वालों के अस्थियां उनके परिजन नहीं लेकर गये। बेदी ने दविंदर सिंह जुगनी और पार्षद कमलप्रीत सिंह बन्नी और उनके सहयोगियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन युवाओं की बदौलत सभी को मोक्ष मिला। उन्होंने कहा कि यह एक महान समाज सेवा है कि ऐसे लोगों के अस्थियों को जलप्रवाहित किया, जिनके अपनों ने उनको छोड़ दिया।
पार्षद कमलप्रीत सिंह ने कहा कि उन्हें श्मशान के कर्मचारियों द्वारा सूचित किया गया था कि यहां श्मशान घाट के लॉकर में कोरोना काल में मारे गए लोगों और कुछ दुर्घटना पीड़ितों की अस्थियां पड़ी हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने जुगनी वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष दविंदर सिंह जुगनी और उनके सहयोगियों से चर्चा की। जिसके बाद अस्थियों को जलप्रवाहित करने का निर्णय लिया गया।
”श्मशान घाट के लॉकरों में जिस व्यक्ति का नाम अस्थियों पर अंकित है, उसके नाम की पर्ची कीरतपुर साहिब में काट कर श्मशान के कर्मचारियों को दी जायेगी ताकि भविष्य में उनका कोई भी यहां आये तो उसके बारे में पता चले कि अस्थियां प्रवाहित हो गई हैं।”
-दविंदर सिंह जुगनी, अध्यक्ष, जुगनी वेलफेयर सोसायटी