Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

8.15 करोड़ रुपये की कीमत की ड्रग्स बरामद

ट्राईसिटी समेत हरियाणा-पंजाब में सिंथेटिक ड्रग्स सप्लाई करने वाले दो अंतरराज्जीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। क्राइम ब्रांच ने दर्जन भर नशा तस्करों को गिरफ्तार कर 8.15 करोड़ रुपये की कीमत की ड्रग्स, नकदी, सोना-चांदी, वाहन, क्यूआर स्कैनर और अन्य...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

ट्राईसिटी समेत हरियाणा-पंजाब में सिंथेटिक ड्रग्स सप्लाई करने वाले दो अंतरराज्जीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। क्राइम ब्रांच ने दर्जन भर नशा तस्करों को गिरफ्तार कर 8.15 करोड़ रुपये की कीमत की ड्रग्स, नकदी, सोना-चांदी, वाहन, क्यूआर स्कैनर और अन्य सामग्री जब्त की है। यह कार्रवाई एसपी क्राइम जसबीर सिंह, डीएसपी क्राइम धीरज कुमार के मार्गदर्शन में और इंस्पेक्टर सतविंदर के नेतृत्व में की गई। पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने सेक्टर-40 से अश्विनी कुमार, आशू को गिरफ्तार किया और उसके पास से 47.80 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। उसकी जानकारी के आधार पर पुलिस ने सोनू, कालू, डॉन, सलमान, मुन्ना, सुनील, दर्जी, अनूप और अंतरराज्यीय ड्रग सप्लायर दिल्ली निवासी बंटी को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक बंटी के दिल्ली स्थित ठिकानों पर छापेमारी में बड़ी मात्रा में कोकीन, नकदी 20.64 लाख, सोना-चांदी और कई अन्य आइटम बरामद हुए। पुलिस ने कहा कि स्थानीय पेडलर आशू, सलमान, सुनील, सोनू, कालू से मादक पदार्थ खरीदकर ट्राईसिटी में बेचते थे। जबकि मुख्य सप्लायर बंटी दिल्ली के उत्तम नगर में स्थित सप्लायर ‘सनी’ से कोकीन लाता था।पुलिस ने कहा कि वह दिल्ली में रहने वाले अफ्रीकी नशा तस्करों से भी सिंथेटिक ड्रग्स खरीदता था। दूसरे मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने सीक्रेट इनपुट पर सेक्टर-25 के राहुल और डड्डूमाजरा के अरुण कुमार को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से क्रमश: 109.56 ग्राम व 36.80 ग्राम कोकीन मिली। पूछताछ में नेटवर्क का विस्तार सामने आया और पुलिस ने इंदरजीत उर्फ रोहित, टिंकू, आकाश और विशाल को भी गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि अरुण कुमार दिल्ली से कोकीन लाकर ट्राईसिटी में सप्लाई नेटवर्क चलाता था। नशे की डिलीवरी फिजिकल मीटिंग से बचने के लिए माइलस्टोन लोकेशन पर ड्रॉप करके फोटो व लोकेशन भेजकर की जाती थी।

Advertisement
Advertisement
×