Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Diwali 2025 : पटाखों की चोटों से PGI Chandigarh में 26 मरीज, बच्चों की संख्या ज्यादा

अडवांस्ड आई सेंटर और प्लास्टिक सर्जरी विभाग में पूरी आपातकालीन तैयारी, गंभीर चोटों का समय पर इलाज

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

Diwali 2025 : इस दीवाली कुछ रंगीन पटाखों ने खुशियां बांटी, तो कुछ ने चोटें भी दी। PGI चंडीगढ़ के अडवांस्ड आई सेंटर और प्लास्टिक सर्जरी विभाग ने इस त्योहार में संभावित आपातकालीन हालात के लिए विशेष तैयारी की। 20 अक्टूबर सुबह 8 बजे से 22 अक्टूबर सुबह 8 बजे तक डॉक्टर, नर्स और स्टाफ लगातार ड्यूटी पर रहे।

Advertisement

इस दौरान 26 मरीज विभिन्न चोटों के साथ अस्पताल पहुंचे। इनमें 23 पुरुष और 3 महिलाएं थीं। 13 मरीज बच्चे थे, जिनकी उम्र 3 से 14 साल के बीच थी।

Advertisement

कहां से आए मरीज:

ट्राईसिटी: 14 (चंडीगढ़-9, मोहाली-5)

पड़ोसी राज्य: 12 (पंजाब-8, हरियाणा-1, हिमाचल-3)

चोटें कैसे लगीं:

बॉम्ब: 11

रॉकेट: 3

फुलझड़ी: 1

स्काई शॉट: 4

लैंटर्न कैंडल वैक्स: 1

पोताश गन: 1

इनमें से 11 लोग सिर्फ देखने वाले थे और बाकी 15 खुद पटाखे फोड़ रहे थे।

इलाज और सर्जरी:

10 मरीजों का ऑपरेशन हुआ।

19 मरीजों को आंख की चोट लगी, जिनमें 4 गंभीर थे।

प्लास्टिक सर्जरी विभाग में 7 मरीज आए, 3 के हाथ में चोट लगी, 1 का चेहरा प्रभावित हुआ।

1 मरीज को मामूली जलन लगी थी, जिसे इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।

2 मरीजों को गंभीर जलन लगी, जिनका इलाज बर्न ICU/HDU में चल रहा है।

पिछले वर्षों की तुलना:

2020 से 2025 तक के आंकड़े बताते हैं कि बच्चों और देखने वालों के चोटिल होने की संख्या इस बार संतुलित रही। पिछले सालों की तरह 2025 में भी 50% मरीज बच्चे थे।

PGIMER के डॉक्टरों और स्टाफ ने समय पर इलाज और सर्जरी कर गंभीर चोटों को रोका। प्रो. अतुल पराशर, विभागाध्यक्ष, प्लास्टिक सर्जरी विभाग ने बताया कि आपातकालीन तैयारी और सतत निगरानी से गंभीर हालत वाले मरीजों को भी बचाया गया।

Advertisement
×