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'विकसित भारत 2047' के प्रबंधन मॉडल पर की चर्चा

भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को लेकर शनिवार को सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज में एक दिवसीय इंटरनेशनल काॅन्फ्रेंस आयोजित हुई। ‘विकसित भारत: विजन 2047 हेतु प्रबंधन प्रतिमान का पुनर्परिभाषण’ विषय पर हुई...
चंडीगढ़ के सेक्टर-32 स्थित एसडी कॉलेज में आयोजित इंटरनेशनल काॅन्फ्रेंस में मुख्यातिथि प्रो. संजय के साथ आयोजक। -हप्र
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भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को लेकर शनिवार को सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज में एक दिवसीय इंटरनेशनल काॅन्फ्रेंस आयोजित हुई। ‘विकसित भारत: विजन 2047 हेतु प्रबंधन प्रतिमान का पुनर्परिभाषण’ विषय पर हुई इस काॅन्फ्रेंस में शिक्षाविदों, उद्योग जगत, नीति निर्माताओं और शोधकर्ताओं ने मिलकर नवोन्मेषी प्रबंधन रणनीतियों पर विचार साझा किए। गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. संजय कौशिक मुख्यातिथि रहे, जबकि पंजाब यूनिवर्सिटी के डीन कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल डॉ. रवि इंदर सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। टीएसएफ इंडिया एवं इटली के मुख्य रणनीति अधिकारी अविनाश कुमार सिंह ने मुख्य वक्ता के रूप में प्रबंधन क्षेत्र में नई संभावनाओं पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम की शुरुआत जीजीडीएसडी सोसाइटी के महासचिव प्रो. अनिरुद्ध जोशी के स्वागत भाषण से हुई। डॉ. एससी वैद्य ने कहा कि प्रबंधन शिक्षा को व्यावसायिक प्रक्रियाओं से जोड़ना ही उसकी प्रासंगिकता बनाए रखने का मार्ग है। सम्मेलन में 150 से अधिक प्रतिभागियों ने सक्रिय भागीदारी की। समापन सत्र में प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने आयोजन टीम और अतिथियों के योगदान की सराहना की। विभागाध्यक्ष डॉ. राजीव बहल ने विभाग की भूमिका को नवाचारी शोध और मूल्य-आधारित शिक्षा का केंद्र बताया। डॉ. मेरु सहगल ने अकादमिक और उद्योग जगत के सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया, जबकि आयोजन सचिव डॉ. मोनिका सचदेवा ने समिति, संकाय और स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया।

 

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