पेड़ों की शाखाओं से ढके दिशा सूचक, लोग हो रहे परेशान
पंचकूला नगर निगम ने यात्रियों की सुविधा के लिए पंचकूला में गोल-चक्करों के पास लगे पुराने दिशासूचक-बोर्डों को नए आकार के गैंट्री से बदल दिया है, ताकि किसी विशेष सड़क की ओर आगे की दिशा दर्शाई जा सके, लेकिन ये पेड़ों की शाखाओं से ढके होने के कारण लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं।
सिटीजंस वेलफेयर एसोसिएशन, पंचकूला के सदस्यों ने बताया कि ये नए गैंट्री और पुराने गैंट्री हमेशा पेड़ों की छाया में रहते थे और आगे की दिशा-दिखाने के लिए अपनी उपस्थिति छिपाए हुए हैं। लगभग 10-15 साल पहले भी एमसी द्वारा ऐसे दिशासूचक-बोर्ड लगाए गए थे, लेकिन उनमें से अधिकांश भी छिपी-हुई-स्थिति के कारण जनता को दिशा दिखाने के उद्देश्य को पूरा नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि अब नगर निगम ने भी ये गैंट्री लगा दी हैं, लेकिन लगता है कि इन्हें बहुत जल्दबाज़ी में लगाया गया है और ज़्यादातर बोर्ड दिखाई नहीं दे रहे हैं क्योंकि ये पेड़ों की शाखाओं के पीछे छिपे हुए हैं। ऐसे में एक करोड़ रुपये से ज़्यादा खर्च होने के बाद भी ये सार्वजनिक उपयोग के लिए बेकार हो गए हैं।
सिटीजंस वेलफेयर एसोसिएशन, पंचकूला के अध्यक्ष एसके नैयर, महासचिव सुनील जैन और प्रेस सचिव तरसेम गर्ग ने नगर आयुक्त आर.के. सिंह, महानिदेशक पंकज और नगर निगम, पंचकूला के महापौर कुलभूषण गोयल को पेड़ों की शाखाओं की छंटाई करने के लिए पत्र लिखा है ताकि दूर से भी इन बोर्डों को स्पष्ट रूप से देखा जा सके और जनता पंचकूला में सार्वजनिक उपयोग के लिए उपलब्ध कराई गई पर्याप्त-सुविधा, लाभ और अन्य सुविधाओं का लाभ उठा सके।