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नाभा साहिब में डायरिया कहर : अब तक दो की मौत, 400 से अधिक बीमार, गांव में दहशत

जीरकपुर के नाभा साहिब गांव में दूषित पानी की आपूर्ति से फैला डायरिया अब जानलेवा बनता जा रहा है। सोमवार को 48 वर्षीय मंजीत कौर पत्नी रणजीत सिंह की मौत हो गई। इससे पहले उनके ससुर जय सिंह भी इसी...
जीरकपुर के नाभा गांव में जांच करती स्वास्थ्य विभाग की टीम। - हप्र
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जीरकपुर के नाभा साहिब गांव में दूषित पानी की आपूर्ति से फैला डायरिया अब जानलेवा बनता जा रहा है। सोमवार को 48 वर्षीय मंजीत कौर पत्नी रणजीत सिंह की मौत हो गई। इससे पहले उनके ससुर जय सिंह भी इसी बीमारी की भेंट चढ़ चुके हैं। लगातार दो मौतों से गांव में दहशत फैल गई है। वहीं, 65 वर्षीय एक और बुजुर्ग की हालत गंभीर है और उन्हें चंडीगढ़ के सेक्टर-32 अस्पताल में रेफर किया गया है।

परिवार के सदस्यों के अनुसार, मंजीत कौर और जय सिंह डायरिया फैलने के पहले दिन से ही बीमार थे। दोनों को मोहाली फेज-6 अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां से जय सिंह को चंडीगढ़ रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। बीती रात मंजीत कौर ने भी दम तोड़ दिया। मंजीत कौर का डेराबस्सी सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन हालत बिगड़ने पर उन्हें चंडीगढ़ रेफर किया गया था।

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सोमवार को स्वास्थ्य विभाग ने गांव में विशेष कैंप लगाया, जिसमें 41 नए मरीज पहुंचे। सभी की जांच कर उन्हें दवाइयां दी गईं। विभाग के अनुसार, अब तक गांव में डायरिया के 400 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। गौरतलब है कि 25 सितंबर को गांव की पेयजल पाइपलाइन में सीवर का दूषित पानी मिलने से डायरिया का प्रकोप शुरू हुआ था। इसके बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण बीमार पड़ गए। गांव में तैनात डॉक्टर जतिंदर सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं। उन्होंने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है और नए मरीजों को तुरंत उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं, ढकोली अस्पताल में भर्ती चार मरीजों की हालत में सुधार होने पर उन्हें छुट्टी दे दी गई है।

 

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