मोहाली 17 जुलाई (निस)
सिविल सर्जन डाॅ. महेश कुमार आहूजा ने कहा कि दूषित पानी के सेवन के कारण जिले में कुछ स्थानों पर डायरिया और हैजा के मामले सामने आए हैं, लेकिन जिला प्रशासन सहित जिला स्वास्थ्य विभाग की टीमें इसे फैलने से रोकने के लिए पूरी तत्परता से काम कर रही हैं। उन्होंने लोगों से इस स्थिति से घबराने की बजाय आवश्यक सावधानी बरतने को कहा। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि वे उबला हुआ पानी पीयें और पूरा पका हुआ खाना ही खायें। खाने-पीने की चीजों को ढककर और साफ-सुथरा रखें। उन्होंने कहा कि जहां भी पानी खराब है, वहां अलग से जलापूर्ति की जा रही है।
सिविल सर्जन ने कहा कि जिले के विभिन्न स्थानों पर चिकित्सा शिविर लगाए जा रहे हैं और स्वास्थ्य कर्मी पानी के सैंपल ले रहे हैं, वहीं आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर क्लोरीन की गोलियां और ओआरएस का वितरण कर रही हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों ने डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए स्क्रीनिंग अभियान तेज कर दिया है और मच्छर मारने वाली दवा का भी छिड़काव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में हैजा और डायरिया के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इन बीमारियों की रोकथाम में स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करें और आवश्यक सावधानियां बरतें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर कूलर, रेफ्रिजरेटर ट्रे, गमले, खाली टायर, बॉक्स और अन्य वस्तुओं की जांच कर रहे हैं ताकि मच्छर न पनप सकें। इसके अलावा रुके हुए पानी में काला तेल भी मिलाया जा रहा है और आवश्यकतानुसार मच्छररोधी दवा का छिड़काव भी किया जा रहा है।
सिविल सर्जन ने कहा कि संदिग्ध डेंगू मरीज को तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाकर जांच करानी चाहिए। सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में हैजा, डायरिया, डेंगू, मलेरिया और अन्य सभी बीमारियों का इलाज बिल्कुल मुफ्त किया जाता है। उन्होंने कहा कि किसी भी जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर 104 पर संपर्क किया जा सकता है।