पीजीजीसी-11 में सुरजीत कौर से संवाद, नारीवादी कविता पर चर्चा
चंडीगढ़, 26 अप्रैल (ट्रिन्यू)
पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज सेक्टर-11 के पंजाबी विभाग ने पंजाबी साहित्य अकादमी, लुधियाना के सहयोग से प्रवासी कवियत्री सुरजीत कौर से संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर अकादमी के अध्यक्ष डॉ. सरबजीत सिंह, अखिल भारतीय प्रगतिशील लेखक संघ के महासचिव डॉ. सुखदेव सिंह, प्रख्यात कवि सुरजीत जज और लेखिका सुरजीत कौर मंचासीन रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ कवयित्री हरलीन सोना द्वारा सुरजीत कौर के जीवन और साहित्यिक योगदान के परिचय के साथ हुआ। इसके बाद सुरजीत कौर ने अपने अनुभवों और साहित्यिक यात्रा की प्रेरणादायक कहानी साझा की, जिसने श्रोताओं को गहराई से जोड़ा।
डॉ. सरबजीत सिंह ने पंजाबी नारीवादी कविता में सुरजीत कौर के योगदान को विशेष रूप से रेखांकित करते हुए उनकी रचनाओं की वर्तमान समय में प्रासंगिकता पर विचार रखे। इस दौरान विद्यार्थियों ने भी उत्साहपूर्वक भागीदारी दिखाई। जोविता, करिशप्रीत सिंह, बलराज सहोता और अनुराग रैना ने कविता की रचनात्मकता और नारीवादी दृष्टिकोण से उसके सामाजिक प्रभाव पर सवाल किए, जिनका सुरजीत कौर ने आत्मीय और विचारशील उत्तर दिए।
डॉ. दविंदर बोहा ने सुरजीत कौर की कहानियों के समाजशास्त्रीय संदर्भ पर प्रकाश डाला, जबकि मुख्य अतिथि डॉ. सुखदेव सिंह ने कनाडा में पंजाबी साहित्य के प्रचार-प्रसार में उनके योगदान की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
कार्यक्रम में एमए पंजाबी के विद्यार्थियों के साथ-साथ पंजाबी साहित्य सभा के सदस्य और पंजाबी विभाग के शिक्षक डॉ. संजीव, डॉ. कुसम भाटिया, डॉ. बबीता, डॉ. परमजीत सिंह, डॉ. जतिंदर सिंह, डॉ. प्रकाश सिंह, डॉ. हरदीप सिंह, डॉ. जसबीर कौर, डॉ. लखवीर सिंह, तथा शोधार्थी संदीप कौर और पूजा कंबोज भी उपस्थित रहे।
अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. गुरमेल सिंह ने मंच संचालन करते हुए अतिथियों और प्रतिभागियों का धन्यवाद किया।