चंडीगढ़, 7 जुलाई (ट्रिन्यू)
अच्छे पालन-पोषण और सपोर्ट से हमारी बेटियां न केवल देश में, बल्कि पूरी दुनिया में किसी भी ऊंचाई को प्राप्त कर सकती हैंं, इसलिए अपनी बेटियों से प्यार करें और उनकी बड़े सपने देखने में मदद करें। उनके सपनों को साकार करने के लिए चुनौतियों का सामना करने के लिए उनके साथ काम करें। यह बात पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित अजीत बजाज ने कही। वे बृहस्पतिवार को यहां पीजीआई के 59वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इस अवसर पर उनकी बेटी दीया बजाज विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित रहीं। दीया ने माउंट एवरेस्ट फतह करने के अपने अनुभव का साझाा किया। अजीत बजाज और उनकी बेटी दीया बजाज माउंट एवरेस्ट फतह करने वाले पहले भारतीय पिता-पुत्री हैं। अजीत बजाज ने पीजीआई बिरादरी से इस संस्थान को ‘ग्रह पर सर्वश्रेष्ठ’ बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह हमारा सामूहिक सपना होना चाहिए। पीजीआई के निदेशक प्रो. विवेक लाल ने कहा कि उनकी टीम मरीजों की सेवा के लिए कड़ी मेहनत करती है। मरीजों के लगातार बढ़ते लोड को हैंडल करना काफी कठिन है, लेकिन पीजीआई की टीम इसे पूरी लगन से करती है।
संस्थान के विकास में सराहनीय योगदान देने वाले 26 कर्मचारियों को अजीत बजाज, पीजीआई के निदेशक प्रो. विवेक लाल, डीन (अकादमिक) प्रो. आरके शर्मा, डीन (रिसर्च) प्रो. के गौबा और प्रो. राकेश सहगल ने स्मृति चिन्ह व प्रशंसा प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में पीजीआई के इतिहास के साथ मौजूदा स्थिति से जुड़ी रिपोर्ट भी पेश की गई। इसमें बताया गया कि प्रतिवर्ष देशभर के 30 लाख से भी ज्यादा मरीजों का इलाज करने वाले इस संस्थान में 593 संकाय सदस्य, 277 रेजिडेंट डॉक्टर हैं। 62 सीनियर रेजीडेंट कुछ दिनों पहले ही संस्थान में शामिल हुए हैं। मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए संस्थान अपने सहयोगी सेंटरों को बेहतर बनाने का प्रयास कर रहा है।