एस.अग्निहोत्री/ हप्र
पंचकूला, 13 जुलाई
पंचकूला नगर निगम क्षेत्र में चल रही डेयरी संचालकों को अब नगर निगम में पंजीकृत कराना होगा। निगम आयुक्त सचिन गुप्ता ने बताया कि पंचकूला निगम क्षेत्र में अधिकांश डेयरी मालिक अनियमित तरीके से काम कर रहे हैं। वह मवेशियों के गोबर को खुले स्थानों पर या सीवर व नालियों में फेंक कर निस्तारित करते हैं। इससे गोबर सीवर लाइन की सफाई क्षमता को कम कर देता है और सीवरेज प्रणाली को अवरुद्ध कर देता है, जिससे न केवल सड़कों पर सीवरेज का पानी बह जाता है, बल्कि दुर्गंध भी फैलती है। इसके परिणाम स्वरूप बीमारियों के फैलने का कारण बनता है और प्रदूषण पैदा करता है।
आयुक्त ने बताया कि मवेशियों का गोबर सीवर लाइनों में मीथेन गैस भी उत्पन्न करता है, जो सीवर लाइनों का रख-रखाव करने वाले श्रमिकों के लिए जीवन का खतरा पैदा करता है। उन्हें सर्वजनिक सूचना जारी होने से 30 दिनों की अवधि के भीतर संबंधित नगर निगम के साथ खुद को पंजीकृत कराना होगा। इसके लिए पंजीकरण फार्म नगर निगम की वेबसाइट पर उपलब्ध है। उन्होंने बताया की एनजीटी के आदेश के अनुसार उल्लंघन करता को पर्यावरण मुआवजे के रूप में प्रति डिफॉल्ट 10 हजार रुपये अतिरिक्त जुर्माना भी देना होगा।
वार्डाें में लगाए जायेंगे एक-एक हजार पौधे
पंचकूला को और हरा-भरा बनाने के लिए नगर निगम पंचकूला जल्द एक मुहिम शुरू करने जा रहा है। मुहिम के तहत पंचकूला के प्रत्येक वार्ड में एक-एक हजार पौधे लगाए जाएंगे। निगम आयुक्त ने बताया कि सोमवार से पंचकूला में ग्रीन एंड ब्यूटीफुल पंचकूला के नाम से निगम मुहिम शुरू करेगा और सभी वार्डाें में पौधे लगाएगा।