सीटीयू वर्कर्स यूनियन ने GM ट्रैफिक के खिलाफ धरना दिया
बस अड्डा सेक्टर-17 में प्रदर्शन, सत्येंद्र दहिया हटाए बिना संघर्ष जारी रखने का ऐलान
चंडीगढ़, 4 जून (ट्रिन्यू)
चंडीगढ़ परिवहन उपक्रम (CTU) में बढ़ती प्रशासनिक अनियमितताओं और कर्मचारियों के उत्पीड़न के खिलाफ सीटीयू वर्कर्स यूनियन ने मंगलवार को सेक्टर-17 बस अड्डे पर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। यूनियन ने महाप्रबंधक (GM ट्रैफिक) सत्येंद्र दहिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें मूल राज्य वापस भेजने की मांग की है।
यूनियन ने बताया कि सत्येंद्र दहिया 2022 में प्रतिनियुक्ति पर आए थे, लेकिन उनके कार्यकाल में सेक्टर-43 बस स्टैंड में बूम बैरियर घोटाले जैसी घटनाएं हुईं, जिनमें सुरक्षा गार्ड को तकनीशियन बनाकर नियुक्त किया गया। इसके बावजूद कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हुई और मामले को दबा दिया गया।
अवैध शराब की खुली बिक्री, अधिकारी बचाए गए
धरने में आरोप लगाया गया कि सेक्टर-43 बस स्टैंड पर खुलेआम अवैध शराब की बिक्री हो रही है। इसे उजागर करने वाले स्टेशन सुपरवाइजर को हटाया गया, जबकि इसमें संलिप्त उच्च अधिकारियों को बचाया गया। 16 मई को छपी खबर के बाद एक कर्मचारी को बलि का बकरा बनाया गया।
ढाबों पर बसों के रुकने का दबाव, माफिया का आरोप
यूनियन के मुताबिक, दिल्ली रोड स्थित मयूर ढाबे पर बसें रुकवाने के लिए ड्राइवरों को अपमानित कर बसों से उतार दिया गया, जबकि GM के मौखिक आदेश से सभी बसें वहां रुकती हैं। इसे भ्रष्टाचार और माफिया से मिलीभगत का संकेत बताया गया। ट्रैफिक शाखा में वरिष्ठ सहायक की जगह 4 चहेते कंडक्टरों को तैनात किया गया है, जिससे कार्यशैली प्रभावित हो रही है।
बसों की संख्या बढ़ी, आय स्थिर, सवाल उठे
यूनियन ने कहा कि 60 नई लंबी दूरी की बसें शुरू होने के बाद भी विभाग की आय स्थिर है। साथ ही हरियाणा रोडवेज द्वारा CTU के रूटों पर कब्जा करने की चिंता जताई गई।
किलोमीटर स्कीम का विरोध
वोल्वो बसों को किलोमीटर स्कीम पर चलाने की योजना पर यूनियन ने तीखा विरोध जताया और कहा कि यह सफेद हाथी साबित होगी। वे किसी भी हालत में इसे लागू नहीं होने देंगे।
संघर्ष जारी रखने का ऐलान
धरने का नेतृत्व यूनियन महासचिव धर्मेंद्र सिंह राही ने किया। अध्यक्ष जोगिंदर सिंह, सचिव रवीश कुमार समेत कई नेताओं ने कर्मचारियों को हिम्मत और समर्थन दिया। सैकड़ों कर्मचारी इस प्रदर्शन में शामिल हुए। विशेष सदस्य शमशेर सिंह और अतर सिंह भी मौजूद रहे। सभा में ऐलान किया गया कि GM हटाए बिना संघर्ष जारी रहेगा और कर्मचारी अपने अधिकारों के लिए हर बलिदान देने को तैयार हैं।