पंचकूला (ट्रिन्यू) : इस साल के केंद्रीय बजट को जनविरोधी करार देते हुये माकपा की ओर से आज बरवाला में बजट की प्रतियां जलाई गईं। सीटू नेता लच्छीराम के अनुसार इस साल केंद्रीय वित्तमंत्री द्वारा प्रस्तुत किया गया बजट गरीब व मजदूर विरोधी है। बजट में मनरेगा के खर्च में 25000 करोड़ रुपये की कटौती की है। किसानों के लिए सभी प्रमुख योजनाओं के आवंटन में बजट में कटौती देखी गई है। एफसीआई को खरीद के लिए आवंटन और विकेंद्रीकरण खरीद योजना के तहत ऐसे समय में लगभग 28 प्रतिशत की कमी की गई है जब किसान कानूनी रूप से गारंटीकृत एमएसपी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह बजट कॉरपोरेट हितैषी है। इस मौके पर कर्मचंद, हरी राम, संजीव कुमार, दारा सिंह आदि शामिल थे।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।