मनीमाजरा (चंडीगढ़), 26 जुलाई (हप्र)
चंडीगढ़ नगर निगम ने शहर के साउथ सेक्टर में सफाई का काम कर रही लायंस कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
यह नोटिस बीते कल कंपनी के सफाई कर्मचारी की आत्महत्या के बाद गर्माए मामले के बाद जारी किया गया है। लायंस कंपनी के सफाई कर्मचारी राजेश टांक ने सोमवार को आत्महत्या कर ली थी।
दो महीने से वेतन न मिलने के कारण परेशान राजेश ने खुदकुशी की थी। राजेश सेक्टर-25 कालोनी में परिवार के साथ रहता था। कर्मचारी की आत्महत्या के बाद बाद नगर निगम ने कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। निगम ने कंपनी से कर्मचारियों को समय पर वेतन न दिए जाने इसके अलावा कर्मचारियों को जो गुड़ और तेल की सुविधा मिलनी थी उसकी रिपोर्ट भी मांगी गई है।
इसके साथ सफाई कर्मचारियों का जो हेल्थ चेकअप कैंप होना था उसकी रिपोर्ट भी कंपनी की ओर से नगर निगम को जमा नहीं करवाई गई है। उल्लेखनीय है कि सफाई कर्मचारी राजेश टांक की आत्महत्या के बाद आज अन्य सफाई कर्मचारी हड़ताल कर अपना विरोध जता रहे हैं।
विरोध कर रहे कर्मचारियों ने कंपनी पर कई तरह के आरोप लगाए हैं। हड़ताल कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि राजेश दो महीने से वेतन न मिलने पर मानसिक रूप से परेशान हो गया था। इस वजह से उसने खुदकुशी जैसा कदम उठाया।
कांग्रेस बोली, कंपनी पर दर्ज हो केस
चंडीगढ़ कांग्रेस ने लायंस सर्विसेज लिमिटेड पर अपने कर्मचारियों के वेतन न का आरोप लगाते हुए कंपनी के साथ सफाई का ठेका रद करने की मांग की है। कांग्रेस पार्षद गुरप्रीत गाबी ने कहा कि कंपनी के सफाई कर्मचारी राजेश टांक ने कई महीने से वेतन न मिलने की वजह से दुखी होकर आत्महत्या की है। कर्मचारी की मौत के लिए कंपनी जिम्मेदार है। चंडीगढ़ कांग्रेस ने मृतक सफाई कर्मचारी के परिवार को उचित मुआवजा देने के साथ लायंस कंपनी के खिलाफ केस दर्ज करने की भी मांग की है।
‘ठेका तत्काल रद्द किया जाये’
आम आदमी पार्टी ने लायंस कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने और एमसी द्वारा रोड स्वीपिंग का ठेका तत्काल रद्द करने की मांग की है। कंपनी प्रबंधन को राजेश टांक की आत्महत्या के लिए आपराधिक रूप से जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष प्रेम गर्ग ने कंपनी को ठेका देने के मामले की सीबीआई द्वारा जांच और दोषी अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने की मांग की। गर्ग ने राजेश टांक के परिवार को उचित मुआवजा और उनके परिवार के सदस्य को स्थाई नौकरी देने की भी मांग की है। लायंस कंपनी को ठेका देना नगर निगम और प्रशासन में व्याप्त भ्रष्ट और सड़ी-गली व्यवस्था का प्रत्यक्ष परिणाम है। सदन में विपक्ष के नेता योगेश ढींगरा का कहना है कि अब हमेशा की तरह एमसी द्वारा कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।