चंडीगढ़/पंचकूला, 10 मई (नस)
कोविड महामारी से निपटने में लगे चंडीगढ़ प्रशासन ने जमाखोरी और सामान की कालाबाजारी पर नकेल कसने के मकसद से उपभोक्ता हेल्पलाइन जारी की है। शहर में हर सामान महंगा बिक रहा है जिस पर प्रशासन का कोई काबू नहीं होने से भंडारण और प्रबंधन पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। कोरोना काल में उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने और बाजार में खाने-पीने की चीजों की हो रही काला बाजारी पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन ने ये हेल्पलाइन नंबर शुरू की है। खाद्य और आपूर्ति विभाग के सभी क्षेत्र निरीक्षक, इंस्पेक्टर लीगल मेट्रोलॉजी को अपने क्षेत्रों में सतर्कता बनाए रखने और एमआरपी, विपणन, जमाखोरी के मुद्दों की निगरानी के लिए ड्राइव चला कर जांच शुरू करने के लिए निर्देश दिया है।
‘प्रशासन श्मशान घाट के मुद्दे पर कार्रवाई करे’
चंडीगढ़ महिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपा दुबे ने कहा है कि कोरोना महामारी के चलते चंडीगढ़ के इंडस्ट्रियल एरिया श्मशान घाट में शवों के ऊपर जेबें गर्म की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि सेक्टर 25 के श्मशान घाट में पिछले 3 साल से चिता की लकड़ी का मूल्य 3000 निर्धारित किया हुआ है और इसी प्रकार मनीमाजरा श्मशान घाट में इन लकड़ियों का मूल्य 2500 निर्धारित किया गया है। दीपा ने प्रशासन से मांग की है कि उक्त संस्था द्वारा जिन गरीब लोगों के परिजनों से दाह संस्कार के लिए पैसे वसूले गए वह जल्द से जल्द वापस करें और चंडीगढ़ के हर श्मशान घाट में गरीब परिवारों से आई हुए कोरोना पीड़ित शवों का दाह संस्कार नगर निगम द्वारा बिना शुल्क के किया जाए और संस्कार का सारा खर्च नगर निगम और प्रशासन उठाएं। दीपा दुबे ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद और चंडीगढ़ के मेयर रवि कांत शर्मा की चुप्पी दर्शाती है कि जो कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला ने एक वीडियो के माध्यम से मुद्दा उठाया है वह सत्य है।