मोहाली के प्राइवेट अस्पतालों में बेसमेंट पार्किंग का वाणिज्यिक इस्तेमाल
मोहाली के प्रमुख प्राइवेट अस्पतालों द्वारा बेसमेंट में पार्किंग न बनाकर उसे वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल करने का मामला एक बार फिर जोर पकड़ गया है। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के विधायक कुलवंत सिंह ने खुलासा किया है कि बेसमेंट पार्किंग की कमी के कारण सैकड़ों वाहनों की पार्किंग सड़कों पर हो रही है, जिससे आवागमन अकसर प्रभावित होता है।
उन्होंने बताया कि यह मामला उन्होंने पिछले साल पंजाब विधानसभा में उठाया था। उसके बाद मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के आदेशों पर गमाडा की ओर से अस्पतालों को नोटिस जारी किए गए और छह महीनों का समय दिया गया। अस्पताल प्रबंधन ने उस समय भरोसा दिलाया था कि वे पार्किंग स्पेस खाली कर बेसमेंट को फिर से पार्किंग के लिए उपलब्ध करवाएंगे, लेकिन आज तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
विधायक के अनुसार, उनके द्वारा कई बार लिखित रूप में रिमाइंडर भेजे गए, लेकिन संबंधित अधिकारी कार्रवाई करने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे एक बार फिर रिमाइंडर देने जा रहे हैं और ‘यदि अस्पतालों और अधिकारियों ने दो–चार हफ्तों में यह काम पूरा नहीं किया तो उन्हें कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाना पड़ेगा।’
उन्होंने कहा कि यह मामला वे विधानसभा स्पीकर के सामने भी रख चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने साफ किया कि यदि इसे गंभीरता से नहीं लिया गया तो केवल अस्पताल ही नहीं, बल्कि वे अफसर भी पार्टी बनाए जाएंगे जिन्होंने अपनी ज़िम्मेदारी नहीं निभाई।
इस मामले से जुड़े अस्पतालों में आईवी, मैक्स, फोर्टिस, इंडस, मियो, ग्रेशियन आदि बड़े अस्पताल शामिल हैं। सड़कों पर वाहनों की भीड़ के कारण स्थानीय निवासियों को हर रोज़ मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
विधायक कुलवंत सिंह ने दैनिक ट्रिब्यून से विशेष बातचीत में कहा कि लोगों की सुविधा के लिए यह मसला हल करना बेहद ज़रूरी है और यदि प्रशासन नाकाम रहा तो कानूनी रास्ता अपनाना उनकी मजबूरी होगी। उन्होंने कहा कि ज़िम्मेदार अधिकारियों को भी इस मामले में अदालती केस में पार्टी बनाया जाएगा।