एस.अग्निहोत्री/ हप्र
पंचकूला, 19 अप्रैल
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी अंबाला लोकसभा की प्रत्याशी बंतो कटारिया के समर्थन में कालका विधानसभा और पंचकूला विधानसभा में 21 और 28 अप्रैल को रैलियां करेंगे। दोनों रैलियों को ऐतिहासिक बनाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, पूर्व विधायक लतिका शर्मा ने पूरी ताकत झोंक दी है। सभी नेता हर रोज जनसंपर्क कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को रैलियों में आने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।
प्रदेश मीडिया सह प्रभारी नवीन गर्ग के मुताबिक कालका विधानसभा की रैली 21 अप्रैल को नेताजी स्टेडियम रायपुररानी में होगी। इसी प्रकार 28 अप्रैल को पंचकूला विधानसभा की रैली होगी। उन्होंने बताया कि ये दोनों रैलियां ऐतिहासिक होगी। गर्ग ने बताया कि मुख्यमंत्री नायब सैनी के आगमन को लेकर लोगों में उत्साह है।
कालका विधानसभा की रायपुररानी में होने वाली सीएम की विजय संकल्प रैली के लिए लतिका शर्मा और पंचकूला में होने वाली रैली की सफलता के लिए ज्ञानचंद गुप्ता और जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा गांव-गांव जाकर न्यौता दे रहे हैं। कालका विधानसभा चुनाव प्रभारी विशाल सेठ भी पूर्व विधायक लतिका शर्मा के साथ रैली को भव्य बनाने और जमीनी स्तर पर चुनाव को जीतने के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं। वहीं पंचकूला विधानसभा चुनाव संयोजक हरेन्द्र मलिक भी विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता के साथ मिलकर बूथ स्तर पर पार्टी की जीत को सुनिश्चित करने में जुटे हुए हैं।
दोनों रैलियों को सफल बनाने के लिए भाजपा की बैठकें भी लगातार हो रही है। दोनों रैलियों की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को भी जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा की अध्यक्षता में पंचकूला में बैठक हुई। इस बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, पूर्व विधायक लतिका शर्मा समेत तमाम पदाधिकारी उपस्थित रहे। इन सभी नेताओं ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को दोनों रैलियों को सफल बनाने के लिए जिम्मेदारियां दी और गांव-गांव व वार्डों में जाकर लोगों को आमंत्रित करने की बात भी कही।
ज्ञानचंद गुप्ता ने कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि वे ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताएं कि मोदी और नायब सरकार में हर वर्ग को न्याय मिला है और अल्पकनीय विकास हुआ। प्रदेश विकास के नजरिए से नंबर वन बनता जा रहा है। सरकार ने किसान, कर्मचारी, व्यापारी हितेषी नीतियां लागू की हैं। बीजेपी सरकार सबका साथ सबका विकास के फार्मूले पर कार्य कर रही है। सरकार किसी भी क्षेत्र को विकास के मामले में पीछे नहीं छोडऩा चाहती।