पंचकूला, 30 अप्रैल (हप्र)
भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद मंगलवार को जननायक जनता पार्टी पंचकूला के स्थानीय नेताओं ने वरिष्ठ जजपा नेता ओपी सिहाग एवं हल्का अध्यक्ष एवं पार्षद सुशील गर्ग की अध्यक्षता में नगर निगम क्षेत्र के लोगों को आ रही समस्याओं के समाधान के लिए आयुक्त नगर निगम को एक ज्ञापन सौंपा।
सिहाग ने बताया कि पिछले कई सालों से नगर निगम क्षेत्र में रह रहे लोगों को बहुत सारी समस्याओं से दो चार होना पड़ रहा है और पंचकूला की खूबसूरती पर भी दाग लग रहा है। उन्होंने कहा कि पंचकूला शहर और पूरे निगम क्षेत्र की सफाई व्यवस्था बुरी तरह से चरमराई हुई है, जबकि सफाई के लिए पहले के मुकाबले मैनपावर और मशीनरी में काफी बढ़ोतरी हुई है। निगम क्षेत्र में एक प्राइवेट एजेंसी को डोर टू डोर गारबेज कलेक्शन का अलग से ठेका दे रखा है । जिसकी वज़ह से नगर निगम लगभग सवा करोड़ रुपये प्रति माह अधिक खर्च कर रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे शहर, कालोनियों या निगम क्षेत्र में आने वाले सभी गांवों में जगह-जगह कूड़े के ढेर सारा सारा दिन पड़े रहते हैं। इसमें पॉलीथिन बिखरा होता है। आवारा पशु एवं कुत्ते मुंह मारते नजर आते हैं। जजपा हल्का प्रधान एवं पार्षद सुशील गर्ग ने कहा कि नगर निगम ने अब पंचकूला निवासियों पर प्रॉपर्टी टैक्स के साथ गारबेज कलेक्शन टैक्स के बिल भी भेजने शुरू कर दिए हैं जो कि उनकी जेबों को और अधिक ढीला करने का प्रयास है।
सिहाग ने कहा कि पंचकूला शहर के सभी चौक 5-6 वर्ष पहले बहुत सुन्दर तथा अच्छे रखरखाव वाले होते थे। अब उनकी हालत बहुत ही खराब है। तकरीबन हर चौक पर बड़ी -बड़ी सूखी हुई घास खड़ी है। किसी भी चौक पर सुन्दर घास नहीं है तथा न ही ढंग से फूल-पौधे लगे हुए हैं। शहर के ज्यादातर बस क्यू शैल्टर खराब होते जा रहे हैं। उनकी तुरंत मरम्मत करने की आवश्यकता है। जजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि नगर निगम द्वारा लगभग 2 साल पहले शहर में बिना नियमों का पालन किए ई-बाइक का चलाने के लिए एक कंपनी के माध्यम से लगभग 1. 62 करोड़ रुपये खर्च किए गए। आज इन ई- बाइक स्टैंडों की हालत बेहद खस्ता है। इनमें जंग लगने के अलावा चारों तरफ जंगली घास उगा हुआ है। सिहाग ने कहा कि या तो ई-बाइक खरीद करने बारे जल्दी से जल्दी टेंडर लगाए जाएं या इन बाइक स्टैंड को बस क्यू शैल्टर में तबदील कर दिया जाए ताकि शहर के लोगों को धूप व बारिश में कुछ राहत मिल सके। ज्ञापन देने वाले नेताओं में पार्षद राजेश निषाद, केसी भारद्वाज, सुरिन्दर चड्डा, कैप्टन डीवी सिंह, जगदीश तंवर, कर्मसिंह चहल, आजाद दिलेर, राजेन्द्र मेहरा, हीरामन वर्मा, आरके रंगा उपस्थित थे।
‘कभी- कभार ही चलती हैं सफाई की मशीनें’
जजपा नेताओं ने कहा कि अच्छी सफाई के नाम पर निगम पिछले कुछ सालों से 3 वैक्यूम रोड क्लीनिंग मशीन के लिए लगभग 14 लाख रुपये प्रति महीने मैंटेनस चार्जेज एक कम्पनी को देता है। इसमें फ्यूल के लिए अलग से खर्चा होता है। शहर में लोगों ने इन सफाई की मशीनों को कभी कभार ही चलते देखा होगा। उन्होंने कहा कि एक मशीन की कीमत लगभग 54 लाख रुपये है पर निगम ने इनकी कीमत से दोगुना राशि कम्पनी को अब तक अदा कर दी है तथा इन सफाई मशीनों की मालिक अब भी कम्पनी है।