रंजू ऐरी डडवाल/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 28 नवंबर
चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए सेक्टर-42 की झील के पास चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना बनाई है। चंडीगढ़ रिन्यूवल एनर्जी, साइंस एंड टेक्नोलॉजी प्रमोशन सोसाइटी (क्रेस्ट) 800 किलोवॉट का सोलर प्लांट लगाएगी। इसमें से प्रशासन चार्जिंग स्टेशन के लिए 90 किलोवाट का उपयोग करेगा। सेक्टर-42 के बाद, सेक्टर-15, 17 और 19 के बाजारों में इस परियोजना को लागू किया जाएगा। 90 किलोवाट का चार्जिंग स्टेशन एक दिन में लगभग 65 कारों को चार्ज कर सकता है।
इसी बीच, चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रशासन द्वारा उठाये गए कदमों की जानकारी केंद्र सरकार ने पुनः मांगी है। प्रशासन से इलेक्ट्रिक वाहनो को चार्ज करने के लिए स्थापित किए गए स्टेशनो के बारे में पूछा गया है।
उल्लेखनीय है कि प्रशासन से अक्तूबर में भी जानकारी मांगी थी। चंडीगढ़ प्रशासन ने प्रदूषण कम करने के लिए शहर में इलेक्ट्रिक वाहनो को प्रोत्साहित करने के लिए वर्ष 2019 में चार्जिंग स्टेशन बनाने की योजना बनाई थी। प्रशासन के संबंधित अधिकारी का कहना है कि शहर में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशनों के लिए बिजली टैरिफ योजना को ठीक करने के लिए संयुक्त विद्युत नियामक आयोग (जेईआरसी) की मंजूरी मिल गई है। बिजली शुल्क की योजना तय करने के बाद इसे अागे भेज दिया गया था। प्रशासन की योजना के अनुसार पार्किंग स्थलों पर वाहन चार्जिंग व्यवस्था की गई है, लेकिन अभी वह पूरी तरह से शुरू नहीं हुए हैं। यह स्टेशन सेक्टर-8 पार्किंग स्थल, सुखना लेक पार्किंग स्थल में स्थापित किए गए थे। स्थानीय बस स्टैंड्स पर भी चार्जिंग की व्यवस्था करने की योजना बनाई है।
कुछ वर्ष पूर्व परिवहन विभाग की एक टीम ने चार्जिंग स्टेशनों का अध्ययन करने के लिए नागपुर का दौरा किया था। संबंधित अधिकारी के अनुसार, इस समय शहर में लगभग 3,000 ई-रिक्शा चल रहे हैं। मंत्रालय ने वाहनों को बढ़ावा देने, टोल शुल्क माफ करने, पार्किंग शुल्क और ग्रीन पंजीकरण नंबर प्लेट जारी करने के सुझाव दिये हैं।