चंडीगढ़ नॉलेज हब, वेलनेस सिटी और स्मार्ट गवर्नेंस के मॉडल के रूप में होगा विकसित
एस. अग्निहोत्री/ हप्र
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 27 जून
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंडि संजय कुमार ने शुक्रवार को केंद्र शासित प्रदेश में कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखने और उद्घाटन करने के लिए चंडीगढ़ के सेक्टर 50 स्थित गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन का दौरा किया। मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए यूटी चंडीगढ़ के मुख्य सचिव राजीव वर्मा ने बिजली वितरण के निजीकरण, रूफटॉप सोलर संतृप्ति और एसडीजी इंडिया इंडेक्स में चंडीगढ़ के मजबूत प्रदर्शन सहित कई क्षेत्रों में शहर की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि उद्घाटन और शिलान्यास की गई पांच प्रमुख परियोजनाएं शहर भर में शिक्षा, आवास, सुरक्षा और बुनियादी ढांचे के विकास में व्यापक परिवर्तन का प्रतीक हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कॉमर्स कॉलेज, सेक्टर 50 में हॉस्टल ब्लॉक (लड़के और लड़कियां) का उद्घाटन किया। उन्होंने वाटर वर्क्स, सेक्टर 39 में 2,500 किलोवाट के फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट, गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कजहेड़ी के एक्सटेंशन ब्लॉक और पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज सेक्टर 46 में आईटी ब्लॉक का भी वर्चुअल उद्घाटन किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने धनास में चंडीगढ़ सशस्त्र पुलिस परिसर में 144 आवासीय इकाइयों के निर्माण की आधारशिला रखी।
अपने संबोधन में बंडि संजय कुमार ने चंडीगढ़ को ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना का सच्चा अवतार बताया। उन्होंने कहा कि आज उद्घाटन और शिलान्यास की गई परियोजनाएं न केवल चंडीगढ़ के विकास को दर्शाती हैं, बल्कि ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ के सिद्धांत के तहत व्यापक राष्ट्रीय दृष्टिकोण और प्रतिबद्धता को भी दर्शाती हैं। विकसित भारत 2047 के विजन को देखते हुए बंडि संजय कुमार ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत दुनिया की अग्रणी आर्थिक शक्ति के रूप में उभरेगा। इस मिशन के हिस्से के रूप में, चंडीगढ़ को नॉलेज हब, वेलनेस सिटी और स्मार्ट गवर्नेंस के मॉडल के रूप में विकसित किया जायेगा। इस अवसर पर चंडीगढ़ की मेयर हरप्रीत कौर बबला, भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल सत्य पाल जैन, चंडीगढ़ पुलिस महानिदेशक पुष्पेन्द्र सिंह, वित्त सचिव दीप्रवा लाकड़ा, निगम आयुक्त अमित कुमार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा पर्यावरण सचिव सौरभ कुमार, मुख्य अभियंता सी.बी. ओझा और प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।