Chandigarh Slum-Free City चंडीगढ़ से आखिरी झुग्गी बस्ती भी हटी, देश का पहला स्लम-फ्री शहर बना
Chandigarh Slum-Free City देश के शहरी विकास की तस्वीर बदलने वाले ऐतिहासिक कदम में चंडीगढ़ ने मंगलवार सुबह अपनी आखिरी झुग्गी बस्ती को भी हटा दिया। सेक्टर-38 वेस्ट की शाहपुर कॉलोनी में करीब पांच सौ झुग्गियां ध्वस्त कर दी गईं, जिससे चंडीगढ़ देश का पहला ‘स्लम-फ्री शहर’ बन गया। इस कार्रवाई से लगभग दो हजार लोग प्रभावित हुए, जबकि 70 परिवारों को पुनर्वास योजना के तहत नए फ्लैट आवंटित किए गए हैं।
सुबह सात बजे यूटी एस्टेट ऑफिस की प्रवर्तन शाखा ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की। करीब पांच सौ झुग्गियां हटाई गईं और छह एकड़ सरकारी जमीन खाली कराई गई। आठ टीमें जेसीबी और अन्य मशीनों के साथ लगातार काम करती रहीं। भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था के लिए 500 पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद रहे। जमीन खाली होने के बाद प्रशासन ने उसकी घेराबंदी करने का फैसला किया है, ताकि भविष्य में दोबारा कब्जा न हो।
दो हजार लोग प्रभावित, 70 परिवारों को पुनर्वास
करीब दो हजार लोगों वाली इस कॉलोनी के अधिकतर परिवार पहले ही अपना सामान समेटकर चले गए थे। प्रशासन ने 70 पात्र परिवारों को पुनर्वास योजना के तहत छोटे फ्लैट आवंटित किए हैं। अभियान के दौरान किसी भी अनहोनी की आशंका को देखते हुए डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और एंबुलेंस की टीमें तैनात की गई थीं।
पिछले महीनों में हुईं बड़ी कार्रवाइयां
- 23 अप्रैल: इंडस्ट्रियल एरिया, फेज-1 की संजय कॉलोनी से 1,000 झुग्गियां हटाई गईं।
- 6 मई: सेक्टर-25 की जनता कॉलोनी से 2,500 ढांचे हटाकर 10 एकड़ भूमि (350 करोड़ रुपये मूल्य) वापस ली गई।
- 19 जून: सेक्टर-53-54 के बीच आदर्श कॉलोनी से 12 एकड़ सरकारी जमीन खाली कराई गई।
- 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की जमीन वापस
अब तक प्रशासन 19 में से 18 झुग्गी बस्तियां हटा चुका है और 500 एकड़ से अधिक सरकारी भूमि पर दोबारा कब्जा कर चुका है। इसकी कीमत 20,000 करोड़ रुपये से ज्यादा आंकी गई है। शाहपुर कॉलोनी की कार्रवाई इस मुहिम का अंतिम और निर्णायक पड़ाव रही।