चंडीगढ़, 20 नवंबर (ट्रिन्यू)
केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से जारी विश्व के सबसे बड़े स्वच्छ सर्वेक्षण के परिणाम में पंचकूला का गौरव बढ़ा है। वहीं सिटी ब्यूटीफुल की स्वच्छता रैंकिंग में बड़ी गिरावट देखी गई। स्वच्छ सर्वेक्षण में 2021 में 1-10 लाख की आबादी वाले छोटे शहरों में चंडीगढ़ पिछले साल की 8वीं रैंकिंग से गिरकर इस साल 16वें स्थान पर आ गया। इस साल शहरों का सर्वे तीन कैटेगरी के आधार पर किया गया था। चंडीगढ़ सुनियोजित ग्रीन सिटी में कुल 6000 में से केवल 4277.29 अंक हासिल कर सका। हालांकि, चंडीगढ़ ने 2021 के लिए ‘सफाई मित्र सुरक्षा चुनौती’ के तहत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले केंद्र शासित प्रदेश का पुरस्कार हासिल किया है। केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने नई दिल्ली में आज मेयर रविकांत शर्मा को पुरस्कार से सम्मानित किया। विपक्ष के नेता और कांग्रेस पार्षद देविंदर सिंह बबला ने कहा कि निगम को बने 26 साल हो गए हैं, लेकिन गंदगी के मामले इतनी खराब स्थिति कभी नहीं रही । वहीं आप चंडीगढ़ के सह-प्रभारी प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि मैं यूटी प्रशासक से पूरे एमसी को भंग करने और मेयर को हटाने का अनुरोध करता हूं।
वहीं स्वच्छ सर्वेक्षण के परिणाम में पंचकूला का गौरव बढ़ा है। सर्वेक्षण में देश भर के राज्यों में हरियाणा ने द्वितीय स्थान हासिल किया तो पंचकूला ने सिल्वर मेडल हासिल किया है। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने इस उपलब्धि के लिए सफाई कर्मचारियों की पीठ थपथपाई है, साथ ही उन्होंने इसका श्रेय पंचकूला के जिम्मेदार नागरिकों को भी दिया है। केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के इस सर्वेक्षण में 4 करोड़ 4 लाख 53 हजार 231 नागरिकों ने हिस्सा लिया था। गुप्ता के मुताबिक पंचकूला में ऐसे अभियानों की कामयाबी के पीछे यहां तीनों स्तरों पर बेहतर तालमेल भी प्रमुख कारण है। केंद्र सरकार जिन योजनाओं की शुरुआत करती है, प्रदेश सरकार उसका बेहतर क्रियान्वयन करती है। इसके बाद स्थानीय निकाय स्तर पर नगर निगम की प्रभावी कार्यशैली से हर योजना का समुचित लाभ शहर और शहरवासियों को मिलता है।