Chandigarh News : अब कैंसर की जांच में नहीं होगी चूक! होमी भाभा कैंसर अस्पताल को मिली अंतरराष्ट्रीय लैब मान्यता, 127 जांच सेवाओं पर लगी 'भरोसे की मुहर'
विवेक शर्मा/चंडीगढ़, 14 मई (ट्रिन्यू)
Chandigarh News : कैंसर के इलाज में सबसे अहम होती है सटीक जांच। अगर शुरुआत में ही रिपोर्ट गलत आ जाए, तो पूरा इलाज गलत दिशा में चला जाता है। ऐसे में पंजाब के कैंसर मरीजों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है—होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र (HBCH&RC), मोहाली को देश की प्रतिष्ठित संस्था एनएबीएल (NABL) से अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिल गई है।
इसका सीधा मतलब है कि यहां की 127 प्रकार की जांच सेवाएं अब विश्व स्तरीय मानकों पर खरी उतरती हैं। यानी रिपोर्ट होंगी सटीक, भरोसेमंद और गुणवत्तापूर्ण, जिससे इलाज में अब किसी भी तरह की चूक की संभावना नहीं रहेगी।
लैब नहीं, अब बनीं ‘लाइफलाइन’
अस्पताल को यह मान्यता माइक्रोबायोलॉजी, हिस्टोपैथोलॉजी, साइटोलॉजी, हीमैटोलॉजी, क्लीनिकल बायोकेमिस्ट्री और क्लीनिकल पैथोलॉजी—इन छह प्रमुख विभागों में मिली है। इन क्षेत्रों में की जाने वाली सभी 127 जांचें अब ISO 15189:2022 मानकों के अनुरूप प्रमाणित हैं।
“अब रिपोर्ट नहीं, रिजल्ट बोलेगा!”
अस्पताल के निदेशक डॉ. आशीष गुलिया ने कहा, “यह मान्यता हमारे मेडिकल स्टाफ की मेहनत, विशेषज्ञता और गुणवत्ता के प्रति हमारी निष्ठा का प्रमाण है। इससे मरीजों को यह भरोसा मिलेगा कि उनकी रिपोर्ट न केवल सटीक है, बल्कि इलाज के हर कदम को सही दिशा भी देगी।”
NABL की मुहर क्यों है खास?
NABL (नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लैबोरेट्रीज़) वह संस्था है, जो देशभर की जांच प्रयोगशालाओं को अंतरराष्ट्रीय मानकों पर परखती और प्रमाणित करती है। NABL की मान्यता का मतलब है कि यहां की रिपोर्ट किसी भी डॉक्टर या चिकित्सा संस्थान द्वारा पूरी तरह स्वीकार्य और प्रमाणिक मानी जाएगी।
टाटा मेमोरियल की इकाई, प्रधानमंत्री ने किया था उद्घाटन
यह अस्पताल टाटा मेमोरियल सेंटर, मुंबई की एक इकाई है और भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के अधीन संचालित होता है। इसका उद्घाटन 24 अगस्त 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। कम समय में ही यह संस्थान पंजाब और उत्तर भारत के कैंसर रोगियों के लिए भरोसे का केंद्र बन चुका है।