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Chandigarh News : कला और विज्ञान का संगम... पीजीआई में सर्जनों के लिए अनोखी साइंटिफिक इलस्ट्रेशन वर्कशॉप

युवाओं ने सीखी मेडिकल विजुअलाइजेशन की बारीकियां
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विवेक शर्मा/चंडीगढ़, 23 जून

Chandigarh News : पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के जनरल सर्जरी विभाग ने आज एक अनूठी और रचनात्मक साइंटिफिक इलस्ट्रेशन वर्कशॉप का आयोजन किया, जिसने मेडिकल शिक्षा में कला और विज्ञान के समन्वय की नई मिसाल पेश की। इस अभिनव पहल में सर्जिकल रेजिडेंट्स और नए प्रशिक्षुओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

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कार्यशाला का संचालन मेडिकल एनीमेशन एवं ऑडियो-विजुअल निर्माण की विशेषज्ञ शिवाली अंगुराला और फोटोग्राफी विभाग के प्रभारी बृजलाल ने किया। दोनों ने मिलकर प्रतिभागियों को साइंटिफिक इलस्ट्रेशन के उभरते क्षेत्र से परिचित कराया, जिसमें कलात्मक अभिव्यक्ति को सटीक चिकित्सा ज्ञान के साथ जोड़ा गया।

ड्रॉइंग से लेकर डिजिटल तकनीक तक सीखा सब कुछ

वर्कशॉप में प्रतिभागियों को सर्जिकल स्टोरीटेलिंग, आरेखन की मूल बातें, डिजिटल इलस्ट्रेशन तकनीक, रंग सिद्धांत और विजुअल कम्युनिकेशन के विज्ञान से रूबरू कराया गया। एक विशेष आकर्षण रहा हैंड्स-ऑन ड्रॉइंग सेशन, जिसमें प्रशिक्षुओं ने सर्जरी के जटिल दृश्यों को प्रभावशाली चित्रों में बदलने का अभ्यास किया।

बृजलाल ने मेडिकल फोटोग्राफी और सर्जिकल दस्तावेजीकरण में इसके उपयोग पर गहन जानकारी दी। वहीं, डॉ. उत्कर्ष ने वीडियो एडिटिंग की तकनीकों पर लाइव डेमो दिया, जिसमें दिखाया गया कि कैसे एडवांस टूल्स से शैक्षणिक सामग्री को और प्रभावी बनाया जा सकता है।

रचनात्मक प्रतिस्पर्धा और एआई के उपयोग की भी झलक

कार्यक्रम में डॉ. अरुण द्वारा आयोजित त्वरित प्रतिस्पर्धा ने प्रतिभागियों को सीमित समय में रचनात्मकता दिखाने का मौका दिया।

कार्यशाला के समापन पर डॉ. स्वप्नेश कुमार साहू ने थीसिस लेखन और रिसर्च में ChatGPT जैसे एआई टूल्स की भूमिका पर व्याख्यान दिया, जिसे प्रतिभागियों ने बेहद उपयोगी और प्रेरणादायक बताया।

प्रशिक्षुओं ने बताया आंखें खोलने वाला अनुभव

यह वर्कशॉप न केवल तकनीकी कौशल विकसित करने का मंच बनी, बल्कि रचनात्मकता को भी प्रोत्साहित करने वाला मंच साबित हुई। प्रतिभागियों ने इसे एक ऐसा अनुभव बताया, जो पारंपरिक चिकित्सा प्रशिक्षण से परे जाकर उन्हें एक बेहतर कम्युनिकेटर और शिक्षक बनने की दिशा में प्रेरित करता है।

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