चंडीगढ़ को अपनी मूल सुंदरता खोये बिना करना होगा विकास : मनीष तिवारी
चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि चंडीगढ़ की ‘सुंदर शहर’ के रूप में वैश्विक प्रतिष्ठा है। मनीष तिवारी पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित आर्किटेक्चर एक्सीलेंस रिकॉग्निशन (एईआर) कॉन्क्लेव 2025 में आर्किटेक्चर क्षेत्र के प्रतिनिधियों को सम्मानित करने के बाद औद्योगिक प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे।
कॉन्क्लेव में भारत के निर्मित पर्यावरण के भविष्य को आकार देने वाले अनुकरणीय योगदानों को सम्मानित करने के लिए प्रमुख आर्किटेक्ट, इंटीरियर डिज़ाइनर, उद्योग विशेषज्ञ और शिक्षाविद एक साथ आए। मनीष तिवारी ने कहा कि चंडीगढ़ स्वतंत्र भारत की प्रगति और आधुनिकता के दृष्टिकोण का प्रतीक है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि चंडीगढ़ अपने रचनाकारों द्वारा परिकल्पित सुंदरता और डिज़ाइन को खोए बिना वास्तुकला के क्षेत्र में निरंतर विकास और प्रगति करता रहेगा।
पीएचडीसीसीआई के चंडीगढ़ चैप्टर के सह-अध्यक्ष सुव्रत खन्ना ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा और निर्णायक मंडल, प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों के प्रति एईआर 2025 को एक शानदार सफलता बनाने के लिए आभार व्यक्त किया।
इन्हें मिला सम्मान
निर्णायक मंडल ने सामूहिक रूप से 15 प्रतिष्ठित श्रेणियों में विजेताओं की घोषणा की और प्रो. (आर्काइवर) रजनीश वत्स (शिक्षक) - चंडीगढ़, आर्काइवर (प्रो.) चरणजीत सिंह शाह (अभ्यासरत वास्तुकार) - दिल्ली, आर्काइवर हेम राज यादव (लोक सेवा सरकारी वास्तुकार) - पंचकूला को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया। इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित जूरी सदस्यों में मनमोहन खन्ना, अध्यक्ष, आईआईए चंडीगढ़ चैप्टर; सुरिंदर बहगा, पूर्व अध्यक्ष, एफएसएआई; पुनीत सेठी, पूर्व अध्यक्ष, आईआईए हरियाणा राज्य चैप्टर; और रितु सिंह शामिल थे। इस अवसर पर कांग्रेस कमेटी चंडीगढ़ के अध्यक्ष एचएस लकी भी उपस्थित थे।
आत्मनिर्भर भारत में पंजाब की अहम भूमिका-सतनाम संधू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में पंजाब की भूमिका सबसे अहम होगी। उक्त विचार राज्य सभा सांसद एवं शिक्षाविद सतनाम सिंह संधू ने आज पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित 11वें इन्स-आउट के समापन अवसर पर उपस्थित उद्यमियों तथा आर्किटेक्चर सेक्टर के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहे। संधू ने स्थापित उद्योगपतियों से आह्वान किया कि वह स्टार्टप को बढ़ावा दे। इससे स्वदेशी वस्तुओं का उत्पादन बढ़ेगा, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। संधू ने पीएचडीसीसीआई प्रबंधकों की इस आयोजन के लिए सराहना करते हुए कहा कि शहर के विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर स्वदेशी उत्पाद मेला लगाएं ताकि आत्मनिर्भर एवं विकसित भारत में पंजाब की भागेदारी बढ़ सके।