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चंडीगढ़ कार्निवल करा रहा शहर की पहचान से रूबरू

भारत भूषण/ट्रिन्यू चंडीगढ़, 25 नवंबर सिटी ब्यूटीफुल की पहचान उसके ये सांस्कृतिक आयोजन हैं, जिनके जरिये शहर के लोगों को इस शहर की पहचान से रूबरू होने का मौका मिलता है। ऐसे आयोजनों के लिए चंडीगढ़ प्रशासन की सराहना होनी...

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सेक्टर-10 में चंडीगढ़ कार्निवल के दौरान शनिवार को प्रस्तुति देते बॉलीवुड गायक कैलाश खेर। -नितिन मित्तल
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भारत भूषण/ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 25 नवंबर

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सिटी ब्यूटीफुल की पहचान उसके ये सांस्कृतिक आयोजन हैं, जिनके जरिये शहर के लोगों को इस शहर की पहचान से रूबरू होने का मौका मिलता है। ऐसे आयोजनों के लिए चंडीगढ़ प्रशासन की सराहना होनी चाहिए। यह कहना था राजेश नागपाल का जोकि पंजाब सरकार की नौकरी से सेवानिवृत्त होने के बाद चंडीगढ़ के सेक्टर-47 में रह रहे हैं। ऐसे ही विचार उन तमाम लोगों के मिले जोकि कार्निवल में घूमने के लिए आए। शनिवार को कार्निवल के दूसरे दिन लोगों की छुट्टी का आनंद और बढ़ गया और वे लेजर वैली सेक्टर-10 में आने से खुद को रोक नहीं पाए।

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पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (पेक) की तीसरे वर्ष की छात्रा मानसी अपने दोस्तों के साथ कार्निवल में पहुंची। उन्होंने राजस्थानी कलाकारों के डांस का आनंद लिया वहीं ढोल की थाप पर नाच रहे पंजाबी कलाकारों के साथ सेल्फी ली। मानसी और उनके दोस्तों का कहना है कि अगर ऐसे आयोजन चंडीगढ़ में नहीं होते तो यह शहर बेजान ही लगता। पूरे देश में चंडीगढ़ अगर सबसे अलग नजर आता है तो इन आयोजनों की वजह से ही है। बेशक, ऐसे आयोजन साल में एक बार होते हैं, लेकिन इस सीमित समय में ही भरपूर जॉय मिलता है, जिसकी यादें सालभर तक दिलोदिमाग में बनी रहती हैं। शाम के समय सिंगर कैलाश खेर ने प्रस्तुति दी।  चंडीगढ़ कार्निवल का मीडिया पार्टनर ‘द ट्रिब्यून’ समाचार पत्र समूह है।

चंडीगढ़ कार्निवल के दूसरे दिन लोक कलाकारों के बीच पारंपरिक धुनों का आनंद उठातीं युवतियां। -रवि कुमार

भा रहा श्री अन्न का स्टॉल

कार्निवल में दूसरे दिन विभिन्न स्टाॅल पर काफी भीड़ दिखी। यहां लोगों का ध्यान खेती विरासत मिशन की ओर से श्री अन्न यानी मिलेट्स से बने उत्पाद को प्रदर्शित किया गया है। स्टॉल पर श्री अन्न से बने स्नैक्स, नूडल्स, बिस्किट को खरीदने में लोग रुचि दिखा रहे हैं, वहीं श्री अन्न के उत्पादन के बारे में भी जानकारी ले रहे हैं। केंद्र सरकार की ओर से श्री अन्न को प्रमोट किया जा रहा है, जिससे मोटे अनाजों के संबंध में जागरूकता बढ़ रही है। मिशन से जुड़े वरुण गिरि बताते हैं कि कुल 9 प्रकार के मिलेट्स होते हैं, जिनमें कंगनी, कुटकी, सांवा, हरी कंगनी, कोदरा और ज्वार, रागी, बाजरा, चीना शामिल है। वरुण गिरी के अनुसार श्री अन्न के ये प्रकार पॉजिटिव और न्यूट्रल किस्म के हैं। इन्हें आपस में मिक्स नहीं किया जाना चाहिए, इससे इनके मौलिक गुणों का भरपूर फायदा नहीं मिलता।

साहित्य प्रेमियों को मिला ठिकाना

चंडीगढ़ साहित्य अकादमी की ओर से कार्निवल में लगा स्टॉल साहित्य प्रेमियों के लिए ठिकाना बना हुआ है। यहां सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए साहित्यिक प्रतियोगिता कराई गई है, इसमें अपनी रचित कविता, कहानी आदि को लिखकर बॉक्स में डाला जा सकता है। कार्निवल के समापन के बाद अकादमी की ओर से सर्वोत्तम रचनाओं को पुरस्कृत किया जाएगा। यहां परमजीत ने बताया कि अभी तक कई लोगों ने अपनी रचनाओं को अकादमी के पास जमा कराया है। कार्निवल में सेक्टर-17 स्थित टीएस सेंट्रल-स्टेट लाइब्रेरी का स्टॉल भी काफी लोकप्रिय है। यहां डॉ. निज्जा सिंह ने बताया कि अभी तक सैकड़ों लोगों ने लाइब्रेरी की मेंबरशिप के लिए आवेदन किया है। उनके अनुसार सोशल मीडिया के जमाने में जब हर हाथ में मोबाइल फोन है, तब किताबों की अहमियत खत्म नहीं हुई है। अनेक ऐसे सीनियर सिटीजन भी आए हैं, जिन्हें अभी तक इसकी जानकारी नहीं थी कि प्रशासन की ओर से ऐसी कोई लाइब्रेरी संचालित की जा रही है।

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