पंचकूला, 12 अप्रैल (ट्रिन्यू)
जिला उपायुक्त एवं श्री माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य प्रशासक मुकुल कुमार ने बताया कि 13 से 21 अप्रैल तक आयोजित किये जाने वाले चैत्र नवरात्र मेले के सफल आयोजन के लिये कोविड दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक प्रबंध पूरे कर लिये गये हैं। श्रद्धालु ई-टोकन के माध्यम से ही माता के दर्शन कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि मेले के दौरान कानून व्यवस्था बनाये रखने और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये पुलिस द्वारा 20 नाके लगाये गये हैं। पुलिस द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जायेगा कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं ने फेस मास्क पहन रखा हो और कम से कम दो गज की दूरी बना रखी हो। श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर में जगह-जगह पर सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन भी किया जायेगा, जिसमें श्रद्धालु कोविड टेस्ट करवाने के साथ-साथ कोविड वैक्सीनेशन भी करवा सकेंगे। मुकुल कुमार ने कहा कि कोरोना को देखते हुए इस बार भीड़-भाड़ वाली जगह जैसे लंगर, सांस्कृतिक संध्या, मनोरंजन की गतिविधियों का आयोजन नहीं किया जायेगा। श्री माता मनसा देवी मंदिर 15 मिनट में 180 के हिसाब से जबकि काली माता मंदिर कालका में 15 मिनट में 120 श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे।
बालासुन्दरी मन्दिर श्रद्धालु करें एसओपी का पालन
पंचकूला (ट्रिन्यू) : जिला प्रशासन सिरमौर ने कालाआम्ब स्थित महामाया बालासुन्दरी मन्दिर त्रिलोकपुर में 13 अप्रैल से 27 अप्रैल, 2021 तक मनाये जाने वाले चैत्र नवरात्रों के दृष्टिगत श्रद्धालुओं सहित पुजारियों, दुकानदारों, होटल, ढाबे व स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एसओपी जारी की है। उपायुक्त एवं जिला दंडाधिकारी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने आज आदेश जारी किये हैं, जिनके अनुसार महामाया बालासुन्दरी मन्दिर में श्रद्धालुओं को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही प्रवेश करने की अनुमति होगी। यदि थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान किसी श्रद्धालु में कोविड-19 के लक्षण पाए जाते हैं तो उसे मन्दिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी श्रद्धालुओं को फोन पर आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना अनिवार्य होगा।
मंदिर सजे लेकिन प्रसाद वितरण पर प्रतिबंध
अम्बाला शहर (हप्र) : कल मंगलवार से प्रारंभ हो रहे माता रानी के नवरात्रों के लिए शहर के सभी बड़े-छोटे सभी प्रमुख मंदिर सज गए हैं। मंदिर के बाहर पूजा सामग्री बेचने वालों के स्टाल भी लग गए हैं लेकिन कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के चलते प्रशासन ने मंदिरों में आने-जाने वालों तथा प्रबंधकों पर कई प्रकार की पाबंदियां लगा दी गई हैं। इनमें प्रसाद वितरण पर मनाही, सत्संग करने पर मनाही, भीड़ एकत्र नहीं करने तथा मास्क व सामाजिक दूरी जैसे नियमों की कड़ाई से पालना करनी होगी। जिला प्रशासन ने आज मंदिर संचालकों की एक बैठक में स्पष्ट चेतावनी दे दी है कि यदि कोविड-19 के नियमों की पालना नहीं की जाएगी तो मंदिरों को बंद भी करवाया जा सकता है।