सीजीसी लांडरां पेटेंट दाखिल करने वाले शीर्ष 10 संस्थानों में शामिल
मोहाली, 26 जून (निस)
चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेजेज (सीजीसी) लांडरां ने नवाचार और अनुसंधान के क्षेत्र में अपनी सशक्त उपस्थिति बनाए रखते हुए भारत सरकार के पेटेंट, डिजाइन, ट्रेडमार्क और भौगोलिक संकेतक महानियंत्रक कार्यालय की वार्षिक रिपोर्ट में लगातार सातवें साल देश के शीर्ष 10 शैक्षणिक पेटेंट आवेदकों की सूची में जगह बनाई है। वर्ष 2023-24 में संस्थान ने कुल 977 पेटेंट दाखिल किए और छठा स्थान हासिल किया। पंजाब के गिने-चुने संस्थानों में से एक सीजीसी नियमित रूप से इस सूची में शामिल होता रहा है।
संस्था के प्रवक्ता ने कहा कि यह उपलब्धि न केवल सीजीसी की नवाचार संस्कृति को दर्शाती है, बल्कि पंजाब के बढ़ते इनोवेशन ईकोसिस्टम में इसके योगदान को भी रेखांकित करती है। पेटेंट दाखिल करने की इस प्रक्रिया को और मजबूत करने के लिए संस्थान ने रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल, इनक्यूबेशन सेंटर, नीति आयोग समर्थित एसीआईसी-राइज़ एसोसिएशन और आईपीआर सेल की स्थापना की है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 में कुल 92,168 पेटेंट आवेदन दाखिल हुए, जिनमें भारतीय आवेदकों की भागीदारी में 19.1% की वृद्धि हुई। पंजाब ने 4,604 पेटेंट आवेदनों के साथ शीर्ष पांच राज्यों में जगह बनाई। इस सूची में तमिलनाडु पहले, महाराष्ट्र दूसरे, कर्नाटक तीसरे और उत्तर प्रदेश चौथे स्थान पर हैं।
सीजीसी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग (135) और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार विभाग (134) ने सबसे अधिक पेटेंट दाखिल किए, जबकि चंडीगढ़ बिजनेस स्कूल ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन ने 225 पेटेंट में योगदान दिया। कुछ प्रमुख नवाचारों में प्रो. दिनेश अरोड़ा द्वारा वर्चुअल आईसीयू प्रणाली, प्रो. सिमरप्रीत कौर द्वारा जल संरक्षण आधारित फसल प्रबंधन प्रणाली, छात्रों द्वारा ऑटोमैटिक टायर स्वास्थ्य निगरानी उपकरण और फार्मेसी विभाग द्वारा नेत्र चिकित्सा हेतु नैनोस्ट्रक्चर्ड ड्रग डिलीवरी सिस्टम शामिल हैं।
सीजीसी के चेयरमैन सतनाम सिंह संधू और अध्यक्ष रशपाल सिंह धालीवाल ने कहा, यह उपलब्धि नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने में हमारे अथक प्रयासों का प्रमाण है। हमें अपने छात्रों और शिक्षकों पर गर्व है और हम तकनीकी विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।