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फाॅरेंसिक साइंस लैबोरेटरी के पूर्व डायरेक्टर पर केस दर्ज, कभी भी हो सकती है गिरफ्तारी

सबूतों को मिटाने व जातिसूचक शब्द बोलने के मामले में फाॅरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) के पूर्व डायरेक्टर अश्वनी कालिया के खिलाफ मोहाली के थाना फेज-1 में मामला दर्ज किया गया है। कालिया पर यह मामला डॉ. संदीप कौर (सहायक डायरेक्टर...
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सबूतों को मिटाने व जातिसूचक शब्द बोलने के मामले में फाॅरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) के पूर्व डायरेक्टर अश्वनी कालिया के खिलाफ मोहाली के थाना फेज-1 में मामला दर्ज किया गया है। कालिया पर यह मामला डॉ. संदीप कौर (सहायक डायरेक्टर भौतिक/ऑडियो) की शिकायत पर दर्ज किया गया है। पूर्व डायरेक्टर को एससी/एसटी एक्ट की धारा 3(1) के तहत मामले में नामजद किया है। इस मामले में अश्वनी कालिया की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है। दरअसल, यह मामला पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व मानसा के विधायक विजय सिंगला से जुड़ा है। वर्ष 2022 में थाना फेज-8 में एक फीसदी कमीशन मांगने के आरोप में विजय सिंगला और प्रदीप कुमार पर मामला दर्ज हुआ था। इस मामले में शिकायतकर्ता और विजय सिंगला की आपस में की गई बातचीत की रिकार्डिंग पुलिस ने एफएसएल में जांच के लिए भेजी थी। डॉ. अश्वनी पर आरोप है कि 3 जनवरी, 2025 को लगभग 9.25 बजे जब डॉ. संदीप कौर अपने अधीनस्थ स्टाफ सदस्य के साथ हमेशा की तरह नियमित कार्यों पर चर्चा कर रही थीं, तब डॉ. अश्विनी कालिया (निदेशक) फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी उनके कार्यालय कक्ष में आए और भौतिकी विभाग की मुहर मांगने लगे, जो कि न्यायालय में चेन कस्टडी बनाए रखने के लिए उनकी हिरासत में थे।

डॉ. संदीप कौर ने डॉ. अश्वनी को बैठकर बात करने के लिए कहा तो उन्होंने कथित तौर पर अवैध रूप से हस्तक्षेप कर और पार्सल पर पहले से लगी उनकी आधिकारिक मुहरों को जाली बनाकर अंतिम रिपोर्ट को बदलने का दबाव बनाया। स्टॉफ के सामने डॉ. संदीप कौर को कथित तौर पर जातिसूचक शब्द बोले गए, जिसके बाद फेज-1 थाने में शिकायत दी गई और मामला दर्ज करवाया।

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