Cancer Survivors Meet कैंसर से जंग जीती मासूम मुस्कानें, सपनों ने पाई नई उड़ान
Cancer Survivors Meet दर्द भरे इलाज, अनगिनत मुश्किलें और अनिश्चित भविष्य, लेकिन इन सबके बीच जो बचा रहा, वह था बच्चों का हौसला और परिवारों का भरोसा। शनिवार को पीजीआई चंडीगढ़ में जब कैंसर सर्वाइवर्स अपनी मासूम मुस्कान और चमकती आंखों के साथ मंच पर आए, तो पूरा माहौल साहस और उम्मीद से भर उठा। ‘गो गोल्ड सितंबर’ कैंपेन के तहत हुए इस विशेष मिलन ने यह संदेश दिया कि कैंसर अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत भी हो सकता है।
कार्यक्रम में 100 से अधिक बाल कैंसर सर्वाइवर्स ने अपनी जिंदगी के संघर्ष और जीत की कहानियां साझा कीं। किसी ने इलाज के दौरान पढ़ाई जारी रखकर उच्च अंक हासिल किए, तो किसी ने खेल और कला में अपनी पहचान बनाई। बच्चों ने नृत्य, गीत और पेंटिंग प्रस्तुत कर यह साबित किया कि उनकी उड़ान को कैंसर रोक नहीं पाया।
इस मौके पर बाल चिकित्सा विभागाध्यक्ष प्रो. परवीन कुमार, डॉ. अमिता त्रेहान और डॉ. दीपक बंसल ने कैंसर सर्वाइवर्स से संवाद किया। उन्होंने कहा कि हर बच्चा, जो इस कठिन दौर से गुजरकर आगे बढ़ता है, समाज के लिए प्रेरणा है।
डॉक्टरों ने शुरुआती पहचान और समय पर इलाज को कैंसर से जीत की सबसे बड़ी कुंजी बताया। कार्यक्रम में डॉक्टरों और विशेषज्ञों ने लंबी देखभाल व स्वस्थ जीवनशैली पर चर्चा की। परिवारों ने अस्पताल से मिले सहयोग और अपने संघर्षों को साझा कर भावुक माहौल बनाया। ‘गो गोल्ड सितंबर’ का उद्देश्य बचपन के कैंसर को लेकर जागरूकता फैलाना है। पीजीआई हर साल इस मुहिम को एक उत्सव में बदल देता है और इस बार का आयोजन उम्मीद, साहस और जीवन की जीत का प्रतीक बन गया।
इस यूनिट को सहयोग देने वाले एनजीओ
सहायता : चंडीगढ़ स्थित संगठन, जो पिछले 25 वर्षों से पीजीआई के साथ जुड़ा है।
कैनकिड्स: राष्ट्रीय स्तर का संगठन, जो कई केंद्रों को सहयोग देता है।
एक्सेस लाइफ: इलाज के दौरान परिवारों को निःशुल्क आवास और भोजन उपलब्ध कराता है।