मोहाली में सूखे और खतरनाक पेड़ों की पहचान के लिए अभियान शुरू
मोहाली नगर निगम के मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू ने आज शहर में सूखे और खतरनाक पेड़ों की पहचान करने के लिए विशेष सर्वे अभियान की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि शहर के विभिन्न इलाकों से लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि कई पेड़ सूख चुके हैं या टेढ़े होकर खतरनाक स्थिति में पहुंच गए हैं, जो किसी भी समय बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं। इस मुहिम की शुरुआत फेज़ 4 से की गई।
मेयर ने घोषणा की कि जहां भी हरे पेड़ सड़ चुके हैं या खतरा बन चुके हैं, उनकी पहचान और कटान के लिए एक समिति बनाई जाएगी। इसमें नगर निगम के काउंसलर, पर्यावरण सुरक्षा समितियां, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन और वन विभाग के अधिकारी शामिल होंगे। यह समिति सूखे और सड़े पेड़ों के साथ-साथ उन पेड़ों की भी पहचान करेगी जो भविष्य में खतरा बन सकते हैं।
नए पेड़ लगाए जाएंगे
मेयर ने कहा कि नगर निगम पूरी मंज़ूरी के साथ खतरनाक पेड़ों को हटाकर उनकी जगह नए पेड़ लगाएगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पर्यावरण की रक्षा हमारी ज़िम्मेदारी है लेकिन लोगों की जान और माल की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
हाल के हादसे और एनजीटी मामला
मेयर ने बताया कि पिछले दिनों कई बड़े हरे पेड़ अचानक गिर गए थे, जिससे मुख्य सड़कों पर आवाजाही प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि ये पेड़ अब शहर के लिए बड़ा खतरा हैं, इसलिए तुरंत कार्रवाई ज़रूरी है।
उन्होंने यह भी बताया कि पहले 60-70 फीट ऊंचे पेड़ों की ऊंचाई घटाने के लिए नगर निगम ने प्रस्ताव पास किया था, लेकिन एनजीटी ने मंज़ूरी नहीं दी। यह मामला अभी लंबित है और सरकार के आदेशों के अनुसार ही आगे कदम उठाया जाएगा।
100 से अधिक पेड़ों की पहचान
मेयर ने बताया कि मोहाली में 100 से अधिक सूखे पेड़ों की पहचान की जा चुकी है, जिनमें से कुछ काटे भी जा चुके हैं। अब इस अभियान को फिर से शुरू किया गया है।
उन्होंने अपील की कि नागरिक अपने इलाकों में खतरनाक पेड़ों की जानकारी तुरंत निगम को दें। मेयर ने चेतावनी दी कि लोग अपने स्तर पर पेड़ों की अवैध छंटाई न करें। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।