सीजीसी यूनिवर्सिटी में शिविर, 618 ने किया रक्तदान
सीजीसी यूनिवर्सिटी ने ग्रेट नव भारत मिशन फाउंडेशन के सहयोग से विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इस अवसर पर पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उनकी उपस्थिति ने पूरे कार्यक्रम को विशेष बना दिया। राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि मानवता के कार्य ही समाज को जोड़ते हैं और रक्तदान उन कार्यों में सबसे महान है, क्योंकि यह किसी जरूरतमंद को नया जीवन दे सकता है। उन्होंने युवाओं को नियमित रूप से रक्तदान करने और इसे केवल कर्तव्य नहीं बल्कि इंसानियत की सच्ची सेवा मानने का आह्वान किया। शिविर में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, पीएचडी चैंबर (पंजाब) के सहअध्यक्ष एवं प्लाक्षा यूनिवर्सिटी, मोहाली के संस्थापक करण गिलहोत्रा भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि नेतृत्व केवल उपलब्धियों तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज की सेवा करना भी उसकी अहम जिम्मेदारी है। इस मौके पर पीएचडी चैंबर से राजन चोपड़ा ने भी भाग लिया और आयोजकों की पहल की सराहना की।
सीजीसी यूनिवर्सिटी की ओर से कार्यकारी निदेशक सुशील पराशर ने अतिथियों का स्वागत किया और सभी रक्तदाताओं का धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह शिविर समाज में निस्वार्थ सेवा और जागरूकता का संदेश देता है। पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा चिकित्सकीय निगरानी में तैयार की गई थी। इस एक दिवसीय शिविर में कुल 618 यूनिट रक्त एकत्र किया गया।
रक्तदान समाज के लिए सबसे महान योगदानों में से एक : कटारिया
मनीमाजरा (चंडीगढ़) (हप्र) :
पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने शुक्रवार को पंजाब राजभवन के श्री गुरु नानक देव सभागार में एक स्वास्थ्य जांच एवं रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया। यह शिविर राजभवन कर्मचारी सांस्कृतिक एवं खेल संघ द्वारा फोर्टिस अस्पताल, जीएमएसएच-16, ग्रेवाल नेत्र अस्पताल, डब्ल्यूसीसीडब्ल्यूएफ चैरिटेबल अस्पताल और रेड क्रॉस पंजाब के सहयोग से आयोजित किया गया था। इस अवसर पर कटारिया ने निवारक स्वास्थ्य देखभाल और सामुदायिक सेवा के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि नियमित स्वास्थ्य जांच से बीमारियों का जल्द पता लगाने में मदद मिलती है और स्वैच्छिक रक्तदान समाज के लिए सबसे महान योगदानों में से एक है। इस अवसर पर राज्यपाल के प्रमुख सचिव विवेक प्रताप सिंह, रेड क्रॉस पंजाब के सचिव शिवदुल्लार सिंह ढिल्लों और यूटी चंडीगढ़ की स्वास्थ्य सेवाएं निदेशक डॉ. सुमन सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।