दोनों आरोपी पुलिस रिमांड पर, पहले भी दर्ज हैं केस
माजरी ब्लॉक के अंतर्गत मियांपुर चंगर गांव के डेरे में एक प्रवासी मजदूर 28 वर्षीय शैंकी की हत्या के मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपी, मोरिंडा निवासी निहंग सौदागर सिंह और खरड़ के बरौली गांव निवासी इंद्रजीत सिंह को अदालत में पेश किया गया जहां से दोनों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी सौदागर सिंह के खिलाफ पहले भी थाना श्री चमकौर साहिब में 26 मार्च, 2010 को आईपीसी की धारा 324, 326, 148, 149 के तहत मामला दर्ज हुआ था। दूसरे आरोपी इंद्रजीत सिंह के खिलाफ 14 मई, 2013 को थाना सदर खरड़ में आईपीसी की धारा 323, 341, 148, 149 के तहत मामला दर्ज है। आरोपियों से आगे की पूछताछ जारी है। मृतक की पत्नी पिंकी की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है।
हमला 20 जुलाई की रात को हुआ था। पिंकी ने पुलिस को बताया कि उसका पति शैंकी रात के खाने के बाद गांव में ही बनी दुकान में घरेलू सामान खरीदने गया था, लेकिन उस रात वापस नहीं लौटा। परिवार के सदस्यों और साथी मजदूरों ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन शैंकी अगली शाम तक लापता रहा। रविवार शाम लगभग साढ़े 5 बजे डेरा प्रबंधक ने पिंकी को बताया कि बाबा की समाधि पर एक व्यक्ति नग्न अवस्था में पकड़ा गया था। यह संदेह करते हुए कि वह उसका पति हो सकता है, पिंकी एक सहकर्मी के साथ मौके पर पहुंची और डेरे के लंगर क्षेत्र के पास शैंकी को घायल अवस्था में पड़ा पाया। पत्नी के अनुसार पति शैंकी ने मृत्यु पूर्व दिये बयान में कथित तौर पर बताया कि वह खिजराबाद गांव में अपने भाई से मिलने के बाद लौटते समय पानी पीने के लिए डेरे में रुका था। वहां, दो निहंगों ने उस पर हमला कर दिया। उसने खुद को निर्दोष बताया, लेकिन वे उसे पीटते रहे और रात भर बंधक बनाए रखा। पास की एक झुग्गी बस्ती में रहने वाली पिंकी और शैंकी के पांच बच्चे हैं, जिनमें मानसी (11), चांदनी (10), माई (6), परी (4) और अजू (2)। परिवार 10-12 दिन पहले ही भट्ठे पर काम करने के लिए पंजाब आया था।