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हॉकी ओलंपियन परिवारों पर लिखी पुस्तक का विमोचन

सुखविंदरजीत सिंह मनौली की किताब का प्रेस क्लब में हुआ विमोचन समारोह
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चंडीगढ़ प्रेस क्लब में सोमवार को सुखविंदरजीत सिंह मनौली की पुस्तक ‘हॉकी ओलंपियन फैमिली-1’ का विमोचन किया गया। इस मौके पर उपस्थित पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल चीमा (मध्य में पीली पगड़ी में)। साथ हैं अशोक ध्यानचंद सहित कई हाॅकी हस्तियां व ‘दैनिक ट्रिब्यून’ के संपादक नरेश कौशल। -दैनिक ट्रिब्यून
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आतिश गुप्ता/ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 7 अप्रैल

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वरिष्ठ पंजाबी खेल पत्रकार और लेखक सुखविंदरजीत सिंह मनौली ने हॉकी ओलंपियन के परिवारों के बारे में ‘हॉकी ओलंपियन फैमिली-1’ किताब लिखी है। इसमें हॉकी से जुड़े अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार करने वाले अनेक परिवारों का विस्तार से जिक्र किया गया है। इनमें कई ओलंपियन भी शामिल हैं। यह पुस्तक महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को समर्पित है, जिनकी अगली दो पीढ़ियों ने भी देश को गौरवान्वित किया है। पाकिस्तान के ओलंपियन हुसैन बंधु, कनाडा और केन्या का कुलार परिवार, इंग्लैंड के ओलंपियन हेवर्ड बंधु, ऑस्ट्रेलिया के गेरेबान भाइयों, न्यूजीलैंड के ओलंपियन चाइल्ड भाई और नीदरलैंड के ओलंपियन परिवारों तक के बारे में विस्तार से बताया गया है। अपनी किताब में लेखक ने दुनिया भर के सभी प्रमुख हॉकी खेलने वाले देशों के खिलाड़ियों का जिक्र किया और उनके बारे में लिखा है।

इस पुस्तक का विमोचन आज चंडीगढ़ प्रेस क्लब में प्रभावशाली कार्यक्रम में किया गया। कार्यक्रम में पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल चीमा मुख्य अतिथि थे। इसके अलावा 1975 भारतीय हॉकी विश्व कप विजेता टीम के सदस्य और ओलंपिक पदक विजेता अशोक ध्यानचंद, सुरिंदर सिंह सोढ़ी, अजीत सिंह, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दीदार सिंह, इंद्रजीत चड्ढा, एनएस सोढ़ी और ‘दैनिक ट्रिब्यून’ के संपादक नरेश कौशल भी समारोह में शामिल हुए। यह किताब आज भारतीय पुरुष हॉकी टीम के विश्व कप जीतने के 50 साल पूरे होने के मौके पर लॉन्च की गई है। यह पुस्तक न केवल हॉकी प्रेमियों के लिए बल्कि खेल समुदाय, शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं के लिए भी बेहद उपयोगी व मूल्यवान है। यह मनौली की तीसरी किताब है और हॉकी पर उनकी दूसरी किताब है। उससे पहले वे 2007 में हॉकी पर ‘विश्व हॉकी के हीरे’ किताब लिख चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने फुटबॉल खिलाड़ियों के बारे में एक अन्य किताब भी लिखी है। वे तीन दशक से अधिक समय तक ‘पंजाबी ट्रिब्यून’ अखबार से जुड़े रहे। वर्तमान में वे ‘पंजाबी जागरण’ और अन्य प्रकाशनों के लिए लिखते हैं।

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