भाजपा की हरप्रीत बबला बनी मेयर, आप-कांग्रेस गठबंधन की प्रेमलता को हराया
एस. अग्निहोत्री/ हप्र
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 30 जनवरी
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर चुनाव में हुई हार से आप-कांग्रेस गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। कास वोटिंग के चलते चुनाव में 16 पार्षदों वाली भाजपा की हरप्रीत कौर बबला 19 वोट लेकर शहर की 31 वीं मेयर चुनी गईं। इसके बाद भाजपा के प्रदेश कार्यालय कमलम में जश्न मनाते हुए भाजपा नेता व कार्यकर्ता ढोल की थाप पर जम कर थिरके। बृहस्पतिवार को मेयर चुनाव के लिए हुई वोटिंग में कुल 36 वोट पड़े। सबसे पहले सांसद मनीष तिवारी ने वोट डाला उसके बाद वार्ड वाइज एक -एक पार्षद आकर वोट डालता रहा। इस चुनाव में भाजपा को 19 और आप को 17 वोट मिले। तीन वोट क्रॉस हुए हैं। शहर में चर्चा है कि क्रास हुए तीनों वोट कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षदों के हैं। आप और कांग्रेस गठबंधन की मेयर पद की उम्मीदवार प्रेमलता को 17 वोट ही मिले। हार के बाद आप के खेमे में मायूसी फैल गई थी।
वहीं सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पदों के लिए हुए चुनाव में भाजपा हार गई और यह दोनों पद कांग्रेस के उम्मीदवारों ने जीते हैं। मेयर पद पर आप ने अपना उम्मीदवार खड़ा किया था जबकि सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर पदों पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे थे। कांग्रेस के जसबीर बंटी सीनियर डिप्टी मेयर चुन लिए गए हैं।
इसमें भी एक वोट क्रॉस हुआ है लेकिन कांग्रेस के उम्मीदवार ने जीत दर्ज कर ली है। बंटी को 19 वोट मिले जबकि भाजपा की बिमला दुबे को 17 वोट मिले। डिप्टी मेयर के पद पर भी कांग्रेस की तरुणा मेहता ने जीत दर्ज की। उन्हें भी 19 वोट मिले हैं, जबकि भाजपा के लखबीर सिंह बिल्लू को 17 वोट मिले। इस चुनाव में भी आप और कांग्रेस गठबंधन के एक पार्षद ने वोट क्रॉस किया।
क्रास वोटिंग बनी कांग्रेस-आप गठबंधन की हार का कारण
क्रॉस वोटिंग की वजह से ही हरप्रीत कौर बबला की जीत संभव हुई है। क्योंकि भाजपा के पास बहुमत नहीं था औऱ केवल 16 पार्षद थे। मेयर चुनाव से पहले कांग्रेस पार्षद गुरबख्श रावत भाजपा में शामिल हुईं जिसका फायदा भाजपा को मेयर चुनाव जीतने में हुआ। जब आप-कांग्रेस और सांसद के वोट को मिलाकर, उनके पास 20 पार्षद थे। फिर भी गठबंधन चुनाव हार गया। मेयर चुनाव को लेकर आप-कांग्रेस गठबंधन को पहले से ही क्रॉस वोटिंग का डर था।
गुरबख्श रावत की घड़ी को लेकर उठा था सवाल
आज सुबह 11 बजे मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई। सचिव गुरिंदर सिंह सोढ़ी की तरफ से चुनाव के नियम व शर्तों के बारे में बताया गया। उन्होंने पीठासीन अधिकारी डॉ. रमणीक सिंह बेदी को कहा कि पहले वह अपना एक पेन तय कर ले, उसी से सारे काम करें क्योंकि पिछली बार बहुत गड़बड़ हुई थी। इसके बाद वोटिंग शुरू हुई।
इससे पहले कांग्रेस से हाल ही में भाजपा में शामिल हुईं पार्षद गुरबख्श रावत जब वोट देने पहुंची तो उन्होंने घड़ी बांधी थी। इस पर आम आप पार्षद योगेश ढींगरा ने सवाल उठाया। कहा कि जब सबसे घड़ियां बाहर उतरवा ली गई हैं तो इन्होंने क्यों बांधी है। रावत ने कहा कि एनालॉग घड़ी है। स्मार्ट वॉच नहीं है हालांकि पीठासीन अधिकारी ने उन्हें घड़ी उतारने को कहा। इसके बाद ही उन्हें बैलेट पेपर दिया गया और उन्होंने वोट डाला।
केंद्र की योजनाओं का मिलेगा सीधा लाभ : टंडन
भाजपा नेता संजय टंडन ने आशा व्यक्त की कि भाजपा समर्थित मेयर बनने से चंडीगढ़ और अधिक प्रगति की ओर बढ़ेगा। स्वच्छता अभियान से संबंधित कार्यक्रमों के साथ केंद्र की योजनाओं को सीधा लागू करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ को विकसित करने में केंद्र सरकार का पूरा फोकस है, अब केंद्रीय योजनाओं का जनता को सीधा लाभ पहुंचेगा। भाजपा के प्रदेशअध्यक्ष जतिंदर पाल मल्होत्रा ने कहा कि यह विकास की जीत है। मेयर हरप्रीत कौर बबला ने कहा कि इंडी गठबंधन के शासन के पिछले एक साल में कोई विकास नहीं हुआ। हम सुनिश्चित करेंगे कि विकास तेजी से हो।