चंडीगढ़, 8 जनवरी (ट्रिन्यू/ एजेंसी)
भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को चंडीगढ़ नगर निगम महापौर चुनाव में बड़ी जीत हासिल की और पार्टी की पार्षद सरबजीत कौर को नया महापौर चुन लिया गया। भाजपा ने चंडीगढ़ नगर निगम के वरिष्ठ उपमहापौर और उपमहापौर पद पर भी कब्जा जमा लिया। इस साल महापौर का पद महिला उम्मीदवार के लिए आरक्षित था। वहीं आम आदमी पार्टी ने चुनाव के नतीजों को ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार दिया।
भाजपा की प्रत्याशी सरबजीत कौर ने सीधे मुकाबले में आम आदमी पार्टी की अंजू कत्याल को एक मत से पराजित किया। चुनाव में कुल 36 में से 28 मत पड़े और कांग्रेस के सात तथा अकाली दल के एकमात्र पार्षद ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया।
अधिकारियों ने बताया कि कौर को 14 जबकि कत्याल को 13 वोट मिले और एक मत को अवैध घोषित कर दिया गया। आम आदमी पार्टी ने पहली बार चंडीगढ़ नगर निगम का चुनाव पहली बार लड़ा। नतीजे घोषित होने के बाद ‘आप’ के पार्षदों ने सदन में हंगामा किया और कुछ सदस्य महापौर के आसन के पास पहुंच कर विरोध जताने लगे। चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए आप पार्षदों ने नयी महापौर को सदन को संबोधित करने से रोका। पार्षदों को हटाने के लिए पहले मार्शल को बुलाया गया और बाद में पुलिस को बुलाना पड़ा। भाजपा के दलीप शर्मा, ‘आप’ की प्रेम लता को दो मतों से हराने के बाद वरिष्ठ उप महापौर बन गए। वहीं, भाजपा के अनूप गुप्ता ने ‘आप’ के रामचंद्र यादव को हराकर उपमहापौर की सीट पर कब्जा जमाया। दोनों उम्मीदवारों को 14-14 मत मिले थे जिसके चलते नतीजा ‘टाई’ हो गया था। इसके बाद पर्ची डालकर किये गए चुनाव के जरिये भाजपा के गुप्ता को उपमहापौर चुन लिया गया।
इससे पहले नतीजे घोषित होने के बाद, आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने सदन में हंगामा किया और उन्हें हटाने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा। चंडीगढ़ नगर निगम के नतीजे 27 दिसंबर को घोषित किये गए थे, जिसमें 35 सीटों में से आम आदमी पार्टी को 14 और भाजपा को 12 पर विजय प्राप्त हुई थी। कांग्रेस को 8 तथा अकाली को एक सीट मिली थी। हालांकि, कांग्रेस की पार्षद हरप्रीत कौर बबला चुनाव परिणाम घोषित होने के कुछ दिनों बाद भाजपा में शामिल हो गई थीं।
आप ने भाजपा की मदद की : कांग्रेस
निगम में आज हुए मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी के पार्षदों का भाजपा के पक्ष में बिकना देखा गया। चंडीगढ़ कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश शर्मा ने आरोप लगाया कि आप ने अपने मतदाताओं द्वारा दिए गए जनादेश को भाजपा को बेच दिया है क्योंकि मेयर के चुनाव में आप के पक्ष में एक वोट में अमान्य हो गया, इसके बाद वरिष्ठ उप महापौर पद के लिए चुनाव में आप के एक पार्षद ने भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया, जिससे पता चलता है कि आप के पार्षदों को भाजपा को बेच दिया गया और मेयर पदों पर कब्जा करने में भाजपा की मदद की ताकि भाजपा शहर में अपना कुशासन जारी रख सके ।
भाजपा ने की ‘लोकतंत्र की हत्या’: जरनैल सिंह
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के नतीजे 27 दिसंबर को घोषित किये गए थे, जिसमें 35 सीटों में से आम आदमी पार्टी को 14 और भाजपा को 12 पर विजय प्राप्त हुई थी। कांग्रेस को आठ तथा अकाली को एक सीट मिली थी। हालांकि, कांग्रेस की पार्षद हरप्रीत कौर बबला चुनाव परिणाम घोषित होने के कुछ दिनों बाद भाजपा में शामिल हो गई थीं। पैंतीस पार्षदों के अलावा चंडीगढ़ के सांसद जो नगर निगम में पदेन सदस्य हैं, को भी मतदान का अधिकार है। महापौर पद के चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद आम आदमी पार्टी के पंजाब और चंडीगढ़ मामलों के प्रभारी जरनैल सिंह ने भाजपा पर ‘लोकतंत्र की हत्या’ करने का आरोप लगाया। भाजपा द्वारा मेयर के बाद चंडीगढ़ नगर निगम के वरिष्ठ उपमहापौर और उपमहापौर पद पर भी कब्जा जमाने के बाद आम आदमी पार्ट नेता ने कहा कि आज के चुनाव के नतीजे ‘लोकतंत्र की हत्या’ हैं। इस साल महापौर का पद महिला उम्मीदवार के लिए आरक्षित था।