मनीमाजरा (चंडीगढ़), 7 जुलाई (हप्र)
चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की प्रधान दीपा दुबे ने टाउन वेंडिंग कमेटी को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने नगर प्रशासक, सलाहकार से लेकर कमेटी की चेयरपर्सन से आग्रह किया है कि वे वेंडर जोन की साइड में आकर वेंडर्स का वास्तविक हाल जानने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि कमेटी की बैठक के अलावा वेंडर्स की असल हालत और उनकी कठिनाईयों के बारे में उतना ही चिंतन करना जरूरी है। वह खुद अनधिकृत वेंडर्स और अतिक्रमण के विरोध में हैं, लेकिन साथ ही उन वेंडर्स के बारे में भी सोचने की जरूरत है जो खराब आर्थिक स्थिति की वजह से ठीक तरीके से वेंडर्स की फीस नहीं भर पाते हैं, जो फीस भरते हैं उस वेंडिंग जोन के हालात भी दयनीय हैं।
उन्होंने सेक्टर-15 के वेंडर जोन का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां पर तकरीबन 836 वेंडर को अलॉट किया गया था लेकिन यहां पर सिर्फ 150 से करीब वेंडर अपनी दुकान लगा रहे हैं। वहां पानी का नल ही नहीं है, नगर निगम टैंकर के जरिए पानी को दिया जाता है। पिछले 3 साल से ऐसे ही चल रहा है। प्रधानमंत्री हर घर शौचालय की बात करते हैं लेकिन सैक्टर-15 वेंडर जोन में जो शौचालय बने हैं उनकी हालत बहुत खराब है। उन्होंने आरोप लगाया कि वेंडिंग जोन कमेटी द्वारा एक भाजपा नेता और वेंडिंग जोन कमेटी के मेंबर को ही सेक्टर-22 में दिव्यांग वेंडर की जगह अलॉट की गई है उसको तुरंत वापस लिया जाए और जो दिव्यांग हैं उनको उस साइड की अलॉटमेंट की जाए।
महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रशासन- निगम अधिकारियों से जांच की मांग की है कि जो टाउन वेंडिंग कमेटी के मेंबर है उनकी बेनामी शहर के वेंडर जोन में कितने-कितने साइट अलॉट है और कितनी बोगस साइड है चल रही हैं।