समगौली में बायोगैस प्लांट को जल्द दी जाए मंजूरी : मेयर
मोहाली शहर में कूड़े की समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है। इसी को लेकर अब मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू ने मुख्यमंत्री भगवंत मान, स्थानीय सरकार विभाग के सचिव और पीएमआईडीसी के सीईओ को पत्र लिखकर समगौली गांव में प्रस्तावित कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट के लिए जल्द स्वीकृति देने की अपील की है।
मेयर ने अपने पत्र में लिखा है कि हाईकोर्ट के आदेशों के चलते मोहाली का मौजूदा डंपिंग ग्राउंड बंद किया जा चुका है। ऐसे में शहर का सारा कचरा फिलहाल विभिन्न आरएमसी पॉइंट्स पर इकट्ठा हो रहा है, जिससे न केवल सफाई व्यवस्था चरमरा गई है बल्कि यह नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा बनता जा रहा है।
उन्होंने बताया कि हालांकि पंचकूला की एक कंपनी के साथ कचरा प्रबंधन का अनुबंध किया गया है, लेकिन बढ़ती कचरा उत्पत्ति दर के कारण वह समय पर कचरे की प्रोसेसिंग करने में असमर्थ है। इसी समस्या का स्थायी समाधान निकालने के लिए नगर निगम ने समगौली गांव में लगभग 50 एकड़ जमीन चिन्हित की है, जहां बायोगैस प्लांट लगाने की योजना है। इस परियोजना के लिए पीएमआईडीसी को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है और अब इसकी फाइल स्थानीय सरकार विभाग के पास विचाराधीन है। मेयर ने उम्मीद जताई है कि सरकार जनहित को ध्यान में रखते हुए इस प्रोजेक्ट को जल्द मंजूरी देगी, ताकि शहर में कूड़े की समस्या का दीर्घकालिक समाधान सुनिश्चित हो सके।
विधायक बोले, मेयर को अब याद आया समगौली
मोहाली के विधायक कुलवंत सिंह ने मेयर पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें साढ़े चार साल तक यह पता ही नहीं था कि नगर निगम को समगौली में लगभग 40 एकड़ जमीन पहले से आवंटित है और उसकी बाउंड्रीवॉल भी बन चुकी है। विधायक ने कहा कि वहां तक पहुंचने के लिए अप्रोच रोड बनाना नगर निगम की जिम्मेदारी थी, लेकिन पिछले डेढ़ साल में इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि अब जबकि समस्या गंभीर हो चुकी है, तब मेयर को समगौली याद आया है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि उन्होंने (विधायक) हाल ही में फेज़-11 में आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही थी कि मोहाली नगर निगम के पास समगौली में एक उचित स्थान है जहां कचरा डंप किया जा सकता है तब जाकर मेयर की याददाश्त ठीक हुई है।