‘वीज़ा फ्रॉड तों बचो’ जागरूकता अभियान, PU में छात्रों से रू-ब-रू हुई यूके डेलिगेशन
ब्रिटिश डिप्टी हाई कमीशन, चंडीगढ़ ने हाल ही में पंजाब विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन स्टडीज़ में एक इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया। इस टीम का नेतृत्व यूके के डिप्टी हेड ऑफ मिशन (DHM) चंडीगढ़ अमनदीप ग्रेवाल और पॉलिटिकल, प्रेस एंड प्रोजेक्ट्स एडवाइज़र तथा चंडीगढ़ क्षेत्र के चेवनिंग अधिकारी राजिंदर एस. नगरकोटी ने किया।
सत्र के दौरान डेलिगेशन ने छात्रों और फैकल्टी के साथ यूके–भारत सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों पर चर्चा की। बातचीत का मुख्य फोकस था यूके का चेवनिंग स्कॉलरशिप प्रोग्राम, यूके–भारत मुक्त व्यापार समझौता (FTA) और यूके का ‘वीज़ा फ्रॉड तों बचो’ जागरूकता अभियान।
फैकल्टी सदस्यों में डॉ. भवनीत भट्टी, विभागाध्यक्ष, और प्रो. अर्चना आर. सिंह भी मौजूद रहीं और सक्रिय रूप से चर्चा में भाग लिया। इस अवसर पर पंजाब विश्वविद्यालय ने ग्रेवाल और नगरकोटी के साथ एक विशेष रेडियो इंटरव्यू भी आयोजित किया।
चेवनिंग के बारे में बात करते हुए ग्रेवाल ने कहा, “चेवनिंग एक अंतरराष्ट्रीय छात्रवृत्ति कार्यक्रम है जिसे यूके सरकार के फॉरेन, कॉमनवेल्थ एंड डेवलपमेंट ऑफिस द्वारा वित्तपोषित किया जाता है। यह कार्यक्रम 150 से अधिक यूके विश्वविद्यालयों में एक वर्षीय मास्टर्स डिग्री के लिए पूरी तरह वित्तपोषित छात्रवृत्ति प्रदान करता है। इसमें कोई आयु सीमा नहीं है और 160 से अधिक देशों से छात्रों का स्वागत किया जाता है। आवेदन की वर्तमान विंडो 7 अक्टूबर तक खुली है।”
यूके–भारत मुक्त व्यापार समझौते पर ग्रेवाल ने इसे “भारत का अब तक का सबसे अच्छा सौदा और यूरोपीय संघ से बाहर आने के बाद यूके का सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय व्यापार समझौता” बताया और कहा कि इससे दोनों देशों के प्रमुख क्षेत्रों को लाभ होगा।
‘वीज़ा फ्रॉड तों बचो’ अभियान पर प्रकाश डालते हुए नगरकोटी ने कहा, “यह अभियान इस वर्ष फरवरी में शुरू किया गया था और पंजाब के ग्रामीण इलाकों तक पहुंच चुका है, जहां गांव के बुजुर्गों और महिलाओं को वीज़ा फ्रॉड के खिलाफ जागरूक किया गया। हमने अंग्रेज़ी और पंजाबी में एक व्हाट्सएप चैटबॉट ( 91-7065251380) भी लॉन्च किया है ताकि लोगों को प्रामाणिक जानकारी मिल सके। हमारा मिशन स्पष्ट है – लोगों को वीज़ा फ्रॉड से बचाना, जागरूकता फैलाना और यूके की ओर सुरक्षित, वैध यात्रा को बढ़ावा देना।”