Ayurveda Summit आयुर्वेद महोत्सव 2025: पंचकूला में जुटेंगे चार हजार से अधिक आयुर्वेद चिकित्सक
पंचकूला में आगामी 12 से 14 दिसंबर तक आयोजित होने जा रहे विशाल आयुर्वेद महोत्सव 2025 को आयोजक देश में समग्र चिकित्सा के क्षेत्र का सबसे बड़ा मंच बता रहे हैं। सम्मेलन के संरक्षक वैद्य राकेश शर्मा ने प्रेस वार्ता में कहा कि आमजन के मन में आयुर्वेद को लेकर कई भ्रांतियां हैं और यह महोत्सव उन सभी भ्रांतियों का निवारण करेगा। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद महोत्सव 2025 समग्र चिकित्सा क्षेत्र में एक टर्निंग प्वाइंट साबित होगा, क्योंकि इसमें पूरे देश से करीब छह हजार आयुर्वेद चिकित्सक और सौ से अधिक आयुर्वेद औषधि निर्माता शामिल होने जा रहे हैं।
आयुर्वेद के वैज्ञानिक विकास को नई दिशा
मार्गदर्शक डॉ. संजीव गोयल और आयोजन अध्यक्ष डॉ. ऋषभ दीक्षित ने बताया कि यह महासम्मेलन भारतीय आयुर्वेद की प्राचीन चिकित्सा विरासत और आधुनिक वैज्ञानिक शोध को एक साझा मंच प्रदान करेगा। यह जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में आयुर्वेद को और सुदृढ़ बनाएगा और नई वैज्ञानिक संभावनाओं को दिशा देगा।
इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में तीन दिवसीय आयोजन
गैर लाभकारी संस्था आयुर वैद्य एजुहेल्थ फाउंडेशन द्वारा इस महोत्सव का आयोजन पंचकूला के सेक्टर पांच स्थित इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में किया जा रहा है। प्रदर्शनी, स्वास्थ्य शिविर, योग सत्र, औषधीय पौधों पर गतिविधियां, विशेषज्ञ व्याख्यान और जन जागरूकता कार्यक्रम इसमें मुख्य आकर्षण होंगे। आयोजकों ने बताया कि यह राष्ट्रीय आयोजन शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और विशेषज्ञों सहित पूरे देश के करीब चार हजार प्रतिभागियों का स्वागत करेगा।
मुख्य अतिथि और विशिष्ट उपस्थितियां
समारोह में हरियाणा के राज्यपाल अशीम कुमार घोष, केंद्रीय आयुष मंत्री के प्रताप राव जाधव, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव तरुण भंडारी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
विशिष्ट अतिथियों में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के निदेशक प्रोफेसर पी. के. प्रजापति, सीआईआई चंडीगढ़ के अध्यक्ष तरनजीत सिंह भामरा, निशांत मेहरा, प्राध्यापक महेश कुमार दधीच, संतोष नौटियाल, डॉ. तन्मय गोस्वामी, रुचि श्रीवास्तव, अजीत पाल सिंह और विक्रम बैद्यनाथ शामिल होंगे। आयुष मंत्री आरती सिंह राव भी कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगी।
औषधि निर्माताओं की व्यापक भागीदारी
महोत्सव में सौ से अधिक आयुर्वेद औषधि निर्माता संस्थान अपनी नवीन औषधियों, अनुसंधानों और तकनीकी नवाचारों का प्रदर्शन करेंगे। कई संस्थान जनता को निःशुल्क औषधि वितरण भी करेंगे।
आमजन के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर, रक्तदान शिविर, स्वास्थ्य जाँच और परामर्श केंद्र लगाए जाएंगे, जिससे समाज के व्यापक वर्ग को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
