एस.अग्निहोत्री/हप्र
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 3 जुलाई
चंडीगढ़ में पेट्रोल से चलने वाले टू व्हीलर वाहनों पर अभी फ़िलहाल पाबंदी नहीं लगेगी। यूटी प्रशासन ने इलेक्ट्रिक नीति में संशोधन करके राहत प्रदान की है। निर्णय लिया गया है कि अब 75 फीसदी पेट्रोल से चलने वाले दोपहिया वाहन और 25 फीसदी इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन रजिस्टर्ड होंगे। जबकि पहले इलेक्ट्रिक टू व्हीलर पंजीकृत का कोटा 75 फीसदी रखा गया था। सोमवार को सलाहकार धर्मपाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है। बैठक में अन्य सीनियर अधिकारी भी मौजूद रहे।
प्रशासन के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में नगर निगम के मेयर अनूप गुप्ता ने इलेक्ट्रिक नीति पर आपत्ति जाहिर की। उन्होंने सलाहकार को कहा कि दूसरे राज्यों से प्रतिदिन 5,00,000 वाहन आ रहे हैं। वह वाहन पेट्रोल और डीजल से चलने वाले हैं। ऐसे वाहनों पर पाबंदी लगाने के लिए क्या किया जा रहा है। बैठक में मेयर ने दिल्ली सरकार का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पर ऑड-ईवन सिस्टम लागू किया गया है। वहां पर 10 साल से ऊपर के वाहनों के चलने पर पाबंदी लगाई गई है। ऐसा सभी राज्यों के वाहनों के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि अधिकारी सिर्फ चंडीगढ़ के वाहनों के लिए ही नीति क्यों बना रहे हैं। जिस पर सलाहकार ने कहा कि दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों पर पाबंदी लगाना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। मेयर अनूप गुप्ता का कहना है कि चंडीगढ़ में इंजन से चलने वाले वाहनों कि कोई भी कैपिंग नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक नीति से पंजाब और हरियाणा को फायदा मिलेगा।
आदेश को स्थगित करने का स्वागत : प्रेम गर्ग
आम आदमी पार्टी नेता प्रेम गर्ग ने आज प्रशासन द्वारा लिए गए फ़ैसले का स्वागत किया है जिसमें दोपहिया वाहनों के रजिस्ट्रेशन पहली जुलाई से बंद न करने का फ़ैसला लिया। प्रेम गर्ग का कहना है कि वह शुरू से ही इस फ़ैसले का विरोध करते रहे हैं, क्योंकि देश में किसी भी और राज्य में ऐसा कोई प्रावधान अभी तक नहीं किया गया और न ही अभी इसकी कोई आवश्यकता है।