कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार कर रहे भाजपा नेताओं की गिरफ्तारी तानाशाही सोच का प्रमाण : गुरदर्शन सैनी
पंजाब भाजपा की ओर से जन कल्याण की स्कीमों के लिए लगाए गए शिविरों को बृहस्पतिवार को जबरन बंद करवा दिया गया और भाजपा नेताओं को हिरासत में ले लिया गया, जो सरकार की तानाशाही सोच का स्पष्ट प्रमाण है। यह आरोप जीरकपुर थाने में गिरफ्तार कर लाए गए वरिष्ठ भाजपा नेता गुरदर्शन सिंह सैनी ने लगाए। उनके साथ जिला अध्यक्ष संजीव वशिष्ठ, सुशील राणा, हरप्रीत सिंह टिंकू, सनत भारद्वाज, गुलज़ार टिवाना को भी पुलिस हिरासत में लिया गया।
इस अवसर पर सैनी ने कहा कि केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं और अन्य प्रमुख सरकारी पहलों की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए भारतीय जनता पार्टी द्वारा लगाए जा रहे शांतिपूर्ण शिविरों को सरकार बर्दाश्त नहीं कर रही है, जो सरकार के डर और हताशा को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह शिविर पूरी पारदर्शिता के साथ लगाया गया था। इसके बावजूद, सरकार ने अपनी राजनीतिक असुरक्षा के चलते पुलिस के ज़रिए जबरन बंद करवाने के आदेश दिए, जिससे आज ‘आप’ पूरी तरह पंजाब विरोधी साबित हुई है।
उन्होंने कहा कि अपराध और नशे से लड़ने की बजाय, सरकार पुलिस का इस्तेमाल भाजपा कार्यकर्ताओं को डराने-धमकाने के लिए कर रही है। यह राज्य की नहीं, बल्कि बदले की राजनीति है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी की जनहितैषी नीतियों को हलके के घर-घर तक पहुंचाएंगे और कोई भी राजनीतिक बदला उन्हें रोक नहीं पाएगा।