पंचकूला (ट्रिन्यू) : प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पांच से दस जून तक आयोजित वेबिनार शृंखला में आज सदस्य सचिव प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड एस. नारायणन ने कहा कि हम निरंतर वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, औद्योगिक प्रदूषण का सूक्ष्मता से अवलोकन कर रहें हैं। प्रयास है कि सभी औद्योगिक इकाईयां और दूसरे संस्थान पर्यावरण संरक्षण के मानकों की पालना करें। मुख्य संरक्षक वन अनंत पांडेय ने कहा कि समाज के सभी वर्गाें को शिक्षित करने में मीडिया का बहुत बड़ा योगदान है, उनका प्रस्ताव है कि विविध मीडिया संस्थानों से समन्वय स्थापित कर पर्यावरण पत्रकारिता विषय पर कार्यशाला आयोजित की जायें। इलाहाबाद विश्व विद्यालय से डा. धनंजय चोपड़ा ने कहा कि भूमण्डलीकरण के दौर में नागरिक पत्रकारिता एक अवसर है, इसलिए सोशल मीडिया जैसे मंच के लिए पर्यावरण पत्रकारिता एक विषय है। कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के ललित कला विभाग के प्रोफेसर डा. राम विरंजन व प्रसिद्ध साहित्यकार डा. विक्रम सिंह ने कहा कि हिन्दी साहित्य में सबसे ज्यादा रचना का आधार प्रकृति वर्णन ही है।