चंडीगढ़, 18 जुलाई (ट्रिन्यू)
जगाधरी का 28 वर्षीय अनुज कुमार कई दिनों तक मौत से जंग लड़ने के बाद जिंदगी से जंग हार गया। अनुज जाते-जाते दो लोगों को नयी जिंदगी और एक को दृष्टि का उपहार देकर गया। पेशे से किसान और दो बच्चों के पिता को किडनी प्रत्यारोपित की गई। वह 2011 से हेमोडायलिसिस पर थे। दूसरी किडनी 41 वर्षीय शिक्षिका को प्रत्यारोपित की गई। किडनी में दिक्कत की वजह से शिक्षिका ने अपनी नौकरी छोड़ दी थी, लेकिन अनुज के कारण अब दोनों को नयी जिंदगी मिली है।
जगाधरी के गांव जयपुर के रहना वाला अनुज एक निजी कंपनी में काम करता था। सात जुलाई को जब अनुज स्कूटर में जा रहा था तो एक तेज रफ्तार दोपहिया वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी थी, जिससे उनके सिर में गंभीर चोटें लगी थीं। घायल अवस्था में अनुज के परिवार के लोग उसे सिविल अस्पताल लाए थे। हालत गंभीर होने के चलते अनुज को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया था। अनुज की स्थिति में जब सुधार नहीं हुआ था उसे 15 जुलाई को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। नेफ्रोलॉजी विभाग प्रमुख प्रोफेसर एचएस कोहली ने बताया कि परिवार की सहमति के बाद मेडिकल टीम ने प्रत्यारोपण के लिए दोनों किडनी और एक कॉर्निया निकाला व तीन कीमती जिंदगियों को बचाने का काम पूरा किया।